विकासनगर, देहरादून : उप्र के गाजियाबाद की एक ट्रेड कंपनी ने विकासनगर के एक व्यक्ति को लाखों रुपये का चूना लगा दिया। पांच लाख से अधिक के मूल धन के अलावा लाभ के दस लाख रुपये भी कंपनी हड़प गई। पीड़ित ने कोतवाली में कंपनी निदेशक समेत छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में ख्यानत की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नगर के इंदिरा उद्यान मार्ग पर एनफील्ड स्कूल के समीप रहने वाले पीयूष कुमार ने गाजियाबाद की एक ट्रेड लिमिटेड कंपनी में पूरे परिवार के सदस्यों के नाम से धनराशि इन्वेस्ट की थी। कंपनी की तरफ से यूजर नेम व पासवर्ड मिलता था। जिसके बाद अपनी आइडी बनाकर विज्ञापन शेयर करने थे। जिसकी एवज में कंपनी पैसा व लाभ देती थी। कंपनी के निदेशक बने विकास मलिक आदि ने उन्हें लालच देकर करीब आठ लाख पांच हजार रुपये जमा कराए, पीड़ित पीयूष ने अपने खाते से ऑनलाइन कंपनी के खाते में धनराशि जमा कराई थी।
जिसमें से कुछ धनराशि विज्ञापन शेयर करने पर वापस लौटाते रहे। लेकिन, मूल धन से पांच लाख रुपये से अधिक की धनराशि व लाभ के करीब दस लाख रुपये वापस नहीं किए और कंपनी बंद कर दी। उन्हें दिए गए पांच लाख रुपये से अधिक के चेक भी बाउंस हो गए। जब कंपनी बंद होने पर पीड़ित ने निदेशक व अन्य से संपर्क साधने की कोशिश की तो किसी का कुछ पता नहीं चल पाया।
जिस पर पीयूष ने कंपनी निदेशक विकास मलिक पुत्र राकेश मलिक बड़ौत जिला बागपत उप्र, रविंद्र, विनय कुमार, अनिल मोंगा, प्रताप तोमर, रवि पुत्र राजेंद्र निवासी पूर्वी दीनदयाल रुड़की के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी व अमानत में ख्यानत का मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाल एसएस नेगी के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है।