ऋषिकेश: नैनीताल उच्च न्यायालय की रोक हटने के बाद गंगा में रिवर राफ्टिंग के लिए तैयारियां शुरू होने लगी हैं। शासन स्तर पर इस बार रिवर राफ्टिंग के लिए ठोस नियमावली भी तैयार की गई है।
इसके मुताबिक राफ्टिंग गाइड को अनुभवी बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। इसमें राफ्टिंग गाइड को किसी भी आपात स्थिति में तैयार रहने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसोर्ट में एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया, उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड व वीवो हेल्थ केयर की ओर से 18-दिवसीय रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। पहले दिन 35 राफ्टिंग गाइड और संचालकों ने इसमें हिस्सा लिया। उन्हें हादसे के दौरान सावधानी बरतना, सीपीआर देना व हृदयगति रुक जाने की स्थिति में किस तरह मदद करना जैसे तरीकों की जानकारी दी गई।
विदित हो कि गंगा में राफ्टिंग के दौरान पूर्व के दिनों में कई हादसे हो चुके हैं। इसी के दृष्टिगत यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर विक्रम कोठियाल, प्रवीण जड़धारी, देवेंद्र रावत, अनुभव पयाल, अजीत आदि मौजूद रहे।
संस्था से जुड़े विक्रम कोठियाल ने बताया कि नई नियमावली में कई सख्त प्रावधान किए गए हैं। जिसमें कुशल गाइड का होना भी जरूरी है। इस प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षित गाइड्स को प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। इसके बाद गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति को भी राफ्टिंग गतिविधि में नजर रखने में मदद मिलेगी।