नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जा रहे राजकोट टेस्ट मैच में भारत के युवा ओपनर पृथ्वी शॉ ने शानदार शतक जड़ा। ये इस खिलाड़ी के पहले टेस्ट मैच की पहली ही पारी थी और शॉ ने ये दिखा दिया कि 18 साल की उम्र में ही उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका क्यों मिला? शॉ ने इंटरनेशनल क्रिकेट की पहली ही पारी में वो कमाल कर दिखाय जो विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज़ खिलाड़ी भी नहीं कर सके।टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर भी अपने टेस्ट करियर की पहली पारी में शतक नहीं जड़ सके थे। सचिन ने अपना पहला टेस्ट पाकिस्तान के खिलाफ 1989 में खेला था। कराची में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में सचिन 15 रन बनाकर आउट हो गए थे। वहीं विराट कोहली ने अपना पहला टेस्ट 2011 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेला था। किंगस्टन में खेले गए उस मैच में कोहली 04 रन बनाकर आउट हो गए थे। पृथ्वी शॉ ने अपने पहले टेस्ट मैच में शतक जमाने के लिए 99 गेंदों का सामना किया। इस पारी में शॉ ने 15 चौके जड़े। शॉ अपने पहले मैच में लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे, लेकिन जब इन दोनों के बीच तीन ही रन की साझेदारी हुई थी की राहुल आउट हो गए। इसके बाद पृथ्वी शॉ और पुजारा ने मिलकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाते हुए 100 से भी ज़्यादा रन की साझेदारी कर ली है।