प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, ‘ऊर्जा’ का स्रोत है उत्तराखंड

देहरादून: उत्तराखंड में जुटे देश-दुनिया के पूंजी निवेशकों और बिजनेस लीडर्स को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश बहुत बड़े और चौतरफा परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। भारत वर्ल्ड ग्रोथ का प्रमुख इंजन बनने वाला है। निवेशकों को उत्तराखंड में निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में अलग ही स्प्रिचुअल इको जोन (एसइजेड) है। इस सेज की ताकत किसी अन्य सेज (स्पेशल इकोनोमिक जोन) से लाखों गुना ज्यादा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अध्यात्म के साथ ही जलविद्युत व नवीकरणीय ऊर्जा को उत्तराखंड का ऊर्जा स्रोत करार देकर राज्य को इन क्षेत्रों में ठोस पहल करने की सीख भी दी। रविवार को रायपुर स्थित अंतर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम में दो दिनी उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की पैरवी की। उन्होंने कहा कि राज्यों को अपनी क्षमता को पहचानकर आगे बढऩा होगा। हर राज्य सपना देखे तो देश की विकास यात्रा और साथ ही उसे ताकत बनने से रोका नहीं जा सकता। हमारे राज्यों की क्षमता दुनिया के कई छोटे देशों से ज्यादा है। मेक इन इंडिया में उत्पादन पूरे विश्व के लिए होना चाहिए। पिछले चार सालों में अर्थव्यवस्था में आए सुधार और इसके प्रभावों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मिडिल क्लास का तेजी से प्रसार हो रहा है। 80 करोड़ से अधिक युवा सामर्थ्य से भरपूर हैं। देश में आर्थिक सुधार हो रहे हैं। केंद्र और राज्यों ने मिलकर 10 हजार से ज्यादा फैसले लिए हैं। 1400 से ज्यादा कानूनों में संशोधन किया गया। देश में अब कारोबार आसान हुआ है तो बैंकिंग सिस्टम को मजबूती मिली है। जीएसटी ने देश को सिंगल मार्केट में बदल दिया है। इसे उन्होंने आजादी के बाद सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म करार दिया।प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। महंगाई नियंत्रण में चार साल में देश में 10 हजार किमी सड़कों का निर्माण हुआ। रोजाना करीब 27 किमी सड़कें बनाई गईं। यह आंकड़ा पहले की तुलना में दोगुना है। रेलवे लाइन भी दोगुनी हुईं। 400 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण होगा। एविएशन सेक्टर रिकॉर्ड गति से आगे बढ़ रहा है। 100 नए एयरपोर्ट व हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। देश-विदेश में निवेश के लिए सर्वोत्तम माहौल है। इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में जितना निवेश अब हो रहा है, पहले नहीं हुआ।  प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से देश में निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं। 50 करोड़ परिवारों को पांच लाख तक हेल्थ इंश्योरेंस और एश्योरेंस उपलब्ध हुआ है। यह जनसंख्या अमेरिका, कनाडा और मेक्सिकों की कुल आबादी से भी ज्यादा है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को लाभ देने को कई शहरों में मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों, पैरामेडिकल कॉलेजों, वेलनेस सेंटर का निर्माण होना है।बड़ी संख्या में डाक्टरों की जरूरत है। आज मरीज के लिए पेमेंट तैयार है। इस योजना में निवेश पर रिटर्न मिलना तय है। साथ में लाखों रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने एग्री बिजनेस में अधिक निवेश का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी। खाद्य प्रसंस्करण में केंद्र सरकार ने सौ फीसद एफडीआइ को मंजूरी दी है। इस क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं में हिंदुस्तान की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ताकत मिलेगी। प्रधानमंत्री का नवीकरणीय ऊर्जा पर विशेष जोर रहा। उन्होंने कहा कि भारत 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा का लीडर बन जाएगा। इसमें सौर ऊर्जा का बड़ा योगदान होगा। हम चाहते हैं कि ऊर्जा जरूरतें पूरी हों तो साथ में पर्यावरण की सुरक्षा भी हो। उत्तराखंड में ऊर्जा संभावना इतनी है कि देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है। उन्होंने ‘वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रीन’ का नारा दिया। उत्तराखंड में इन्वेस्टर्स समिट को सराहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही निवेशकों और उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि निवेशकों को बाबा केदार की छत्रछाया में देवभूमि उत्तराखंड में सांस्कृतिक विविधता व प्रकृति के साथ नई चेतना की अनुभूति भी होगी। डेस्लिटीनेशन उत्तराखंड न्यू इंडिया का प्रतिनिधित्व करता है। राज्य सरकार राज्य को नई दिशा देने का भरसक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को कुछ करने के लिए 18 साल की उम्र महत्वपूर्ण है। सरकार के सामने निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने की चुनौती है। राज्य में उद्योगों के लिए माहौल बनाने के लिए किए गए प्रयासों को प्रधानमंत्री ने सराहा। उन्होंने कहा कि राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चार धाम ऑलवेदर रोड व कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल परियोजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन का एक पूरा पैकेज है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिए जाने से बहुत फायदा होगा। उन्होंने उत्तराखंड को आर्गेनिक स्टेट बनाने पर जोर दिया।इन्वेस्टर्स समिट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सिंगापुर के सूचना प्रसारण मंत्री एस ईश्वरन, जापान के राजदूत केंजी हिरमात्सु, चेक गणराज्य के राजदूत मिलन होवोरका, सीआइआइ के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी, अमूल के एमडी आरएस सोढ़ी, महिंद्रा ग्रुप के एमडी पवन कुमार गोयनका, आइटीसी के संजीव पुरी, जिंदल ग्रुप के सज्जन जिंदल, अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी, पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने विचार व्यक्त किए।

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