देहरादून: डीआइटी यूनिवर्सिटी में मारपीट के आरोपित एक और छात्र को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं, सोमवार को अंबाला से गिरफ्तार दो छात्रों को कोर्ट में पेश कर दिया गया है। इसके साथ ही विवि की अनुशासन कमेटी ने आरोपित छात्रों के अभिभावकों से बैठक कर उनकी कारगुजारी से अवगत कराया।दरअसल, बीते शनिवार को डीआइटी यूनिवर्सिटी के छात्रों के दो गुटों में घमासान हो गया था। इसमें पहले से मारपीट की तैयारी करके आए छात्रों के गुटों ने हॉकी और बेसबाल स्टिक से तीन छात्रों की जमकर पिटाई कर दी थी। तीनों को मैक्स अस्पताल में भर्ती कराते हुए इसमें से एक घायल छात्र शुभ केसरवानी की तहरीर पर चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में अभिमन्यु चौधरी नाम के छात्र का नाम सामने आने के बाद उसका नाम भी मुकदमे में शामिल कर लिया गया था। मगर सभी आरोपित छात्र हास्टल और कमरे छोड़कर फरार हो गए थे। समर्थ शर्मा पुत्र सुबोध कुमार निवासी सुभाष नगर, बरेली व अभिमन्यु चौधरी पुत्र राजवीर निवासी अजीतनगर, अंबाला को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं एक अन्य आरोपित को मेरठ से हिरासत में लिया गया है। एसओ राजपुर अरविंद सिंह ने बताया कि शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। डीआइटी यूनिवर्सिटी में छात्रों के दो गुटों के बीच हुए खूनी संघर्ष को लेकर विवि की अनुशासन कमेटी ने मंगलवार को आरोपित छात्रों के अभिभावकों को तलब कर बैठक की। जिसमें छात्रों की कारगुजारी से अभिभावकों को अवगत कराया गया। विवि के मुख्य मिटिंग हॉल में विवि के मुख्य नियंता डॉ. नवीन सिंघल की अध्यक्षता में अनुशासन समिति की बैठक शाम करीब पांच बजे प्रारंभ हुई। बैठक में सभी आरोपित छात्रों के अभिभावक मौजूद रहे। विवि की ओर से मुख्य नियंता ने अभिभावकों को छात्रों के खूनी संघर्ष के बारे में जानकारी दी और मारपीट में शामिल आरोपितों के अलावा जो छात्र गंभीर रूप से घायल हुए उनके बारे में भी रिपोर्ट दी। उन्होंने आरोपित छात्रों को निलंबित करने एवं जल्द ही विवि से निष्कासन की कार्रवाई करने की भी बात कही। विवि के जनसंपर्क अधिकारी अक्षय घोरपड़े ने बताया कि बैठक देर रात तक चली, जिसमें अभिभावकों ने भी अपना पक्ष रखा। आरोपित छात्रों के अभिभावकों को उनके बच्चों की कारगुजारी से रूबरू करवाते हुए विवि प्रशासन ने बताया कि सभी आरोपितों पर कार्रवाई तय है। इस प्रकार की घटना से विवि की छवि को नुकसान पहुंचा है और छात्रों की यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती। विवि में पढ़ाई के वातावरण को भी ऐसी घटना से क्षति पहुंचती है। अभिभावकों से भी छात्रों पर नजर रखने को कहा गया है।