हरिद्वार बाल सुधार गृह से 15 कैदी हुए फरार

हरिद्वार: राजकीय बाल सुधार गृह से खिड़की तोड़कर 15 नाबालिग विचाराधीन कैदी फरार हो गए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर सिडकुल पुलिस ने किशोरों की घेराबंदी करने में जुट गई। पुलिस ने इनमें से सात किशोरों को पकड़ लिया था। बाकी सात की तलाश की जा रही है। इस घटनाक्रम ने बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।  जिला मुख्यालय से करीब चौदह किलोमीटर दूर रोशनाबाद में राजकीय बाल सुधार गृह बनाया गया है। अपराधों लिप्त नाबालिगों के साथ ही लावारिस घूमने, भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों को को यहां रखा जाता है। बुधवार को यहां से कुछ नाबालिग कैदी खिड़की के रास्ते भाग निकले। इनकी संख्या पंद्रह बताई जा रही है। हैरानी की बात यह कि बाल सुधार गृह से एक के बाद एक करके पंद्रह बच्चे वहां से फरार हो गए, लेकिन बाल वहां के स्टाफ को इसकी कानोंकान खबर नहीं लगी। बाद में वहां मौजूद बाकी बच्चों ने शोर मचाया तो स्टाफ को घटना का पता चला। पूरा किस्सा सुनने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। स्टाफ ने सिडकुल थाने की पुलिस को घटना की सूचना दी। आनन-फानन स्टाफ खुद भी फरार बच्चों की तलाश में जुट गया। पुलिस ने भी आसपास के इलाकों में बच्चों की तलाश शुरू कर दी। सिडकुल थाना प्रभारी देवराज शर्मा ने बताया बाल सुधार गृह प्रशासन ने अधिकृत तौर पर 14 बच्चों के भागने की जानकारी दी है। ये कौन हैं, कहां के रहने वाले हैं और किस अपराध में यहां रखे गए थे, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र की घेराबंदी करके फरार बच्चों की तलाश की जा रही है।  सीओ सदर प्रकाश देवली ने बताया कि देर रात सात किशोर बरामद कर लिए गए हैं, बाकी को खोजा जा रहा है। बताया गया कि इन बच्चों ने खिड़की के सरिये निकालकर भागने की योजना को अंजाम दिया। वर्तमान में सुधार गृह में 54 विचाराधीन बाल कैदी हैं।बाल सुधार गृह से पहले भी कैदी फरार हो चुके हैं। तब दीवार नीची होना बताया गया था। इसके बाद सुधार गृह की दीवारें ऊंची कर दी गई थी, फिर भी बुधवार को बच्चे यहां से भाग निकले। इससे वहां की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

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