देहरादून: परेड ग्राउंड दशहरा मेले को लेकर पुलिस कहने को तो एक सप्ताह से फुलप्रूफ तैयारी का दावा कर रही थी, लेकिन ऐन वक्त पर जब उम्मीद से ज्यादा भीड़ जुट गई तो पुलिस की सारी प्लानिंग फेल हो गई। नतीजा यह हुआ कि परेड ग्राउंड में भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान गिरने से महिलाएं, बुजुर्ग समेत कई लोग घायल हो गए।प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो स्थिति तब और बिगड़ गई, जब पुलिस ने बदहवास लोगों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। वहीं, ट्रैफिक मैनेजमेंट में भी पुलिस फेल साबित हुई और शहर से लेकर हाईवे तक घंटों जाम की चपेट में रहे। परेड ग्राउंड में दशहरा मेला और रावण दहन को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जमा हुए थे।ग्राउंड के पूरी तरह भर जाने के बाद कालिका माता मंदिर की ओर से शोभायात्रा परेड ग्राउंड पहुंची तो प्रवेश द्वार पर रास्ता अवरुद्ध हो गया। इस दौरान कुछ युवक चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान गेट पर तैनात पुलिसकर्मी आपा खो बैठे और उन्होंने बल प्रयोग शुरू कर दिया।लाठियां भांज कर पुलिस ने वहां मौजूद लोगों को खदेड़ने का प्रयास किया तो स्थिति बेकाबू हो गई। अनहोनी की आशंका से बदहवास महिलाएं और बुजुर्ग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान धक्का लगने से कई लोग जमीन पर गिर कर घायल हो गए। हालांकि भगदड़ की स्थिति कुछ ही मिनट रही, अगर यह स्थिति कुछ मिनट और रही होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।परेड ग्राउंड में मेला देने आने वाली भीड़ जब वापस लौटी तो ट्रैफिक कंट्रोल की सारी कवायद धरी की धरी रह गई। लैंसडौन चौक, बुद्धा चौक, दर्शन लाल चौक, तहसील चौक से लेकर घंटाघर, राजपुर रोड व ईसी रोड पर रात नौ बजे तक ट्रैफिक रुक-रुक कर चला। यह स्थिति तब रही, जब पुलिस दो दिन पहले ही रूट प्लान जारी कर सबकुछ कंट्रोल में रखने का दावा कर रही थी, लेकिन उसे लागू करने में पूरी तरह से लापरवाह नजर आई।