गाजियाबाद। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जिले में दहशरे की रात को बड़ा हादसा हुआ है। इंदिरापुरम क्षेत्र में साया सोसायटी वाले मार्ग पर कनावनी के निकट एक गड्ढे में 8 साल की बच्ची शुक्रवार रात गिर गई। बताया जा रहा है कि गड्ढे के जरिये वह नाले में बह गई। बच्ची का नाम प्रियंका बताया जा रहा है वह गांव का कनावनी की रहने वाली है। पिता का नाम संतोष है जो मजदूरी करता है। जानकारी सामने आने के बाद गड्ढे में गिरने के बाद नाले के जरिये प्रियंका आगे बह गई। शुक्रवार देर रात पुलिस और एनडीआरएफ की टीम को सूचना दे दी गई थी, बचाव व राहत का काम चल रहा है। अभी बच्चे की तलाश नहीं हो पाई है।ट्रांस हिंडन में खुले नाले, गड्ढे और उनमें जमा गंदगी हादसे की वजह बनते हैं। नाले के आसपास दर्जनों हादसों के बाद केवल बृज विहार नाले की चारदिवारी की गई है जबकि शहीद नगर, साइट चार, वैशाली सेक्टर-पांच-छह और खोड़ा सहित अर्थला तक में खुले नाले जानलेवा हैं। गाजियाबाद में के बाद एक हुए दो हादसों के बाद नालों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है। नालों में गिरकर ट्रांस हिंडन में बीते पांच साल के दौरान खोड़ा, महाराजपुर गांव, शहीद नगर, वैशाली और वसुंधरा प्रहलादगढ़ी में कई मासूम मौत के मुंह में जा चुके हैं।उधर, साइट चार में औद्योगिक क्षेत्र चौकी के सामने कट पर लंबे समय से नाला खुला हुआ है। यहां पर कई हादसे होने के बाद दो पत्थर के रोड बैरियर रखे लेकिन अभी भी वहां पर कोई भी छोटा वाहन और पैदल आने-जाने वाले भी अंधेरे या संतुलन बिगड़ने पर गिर सकते हैं। इसी के साथ वैशाली में खुले नाले पर दो डेढ़ साल पूर्व हुई बच्ची गिरने के बाद से नाले की समय समय पर साफ सफाई करवाई जाती है। वहीं शहीद नगर और साहिबाबाद के शहीद नगर, शालीमार गार्डन, लाजपत नगर और अर्थला में भी खुले नाले कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं।