देहरादून: रेलवे में कैटरिंग का ठेका दिलाने के नाम पर साढ़े आठ लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। मामले में डालनवाला कोतवाली पुलिस ने पटना (बिहार) के रहने वाले शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर, सूचना मिली है कि आरोपित को दीमापुर पुलिस ने धोखाधड़ी के ही एक अन्य मामले में नागालैंड में एक सप्ताह पूर्व गिरफ्तार कर लिया है। दून पुलिस दीमापुर से इस बारे में जानकारी जुटा रही है।
आशीष बलोदी पुत्र ब्रह्मानंद बलोदी निवासी 119-सी लेन नंबर तीन एकता विहार मोहकमपुर का आरोप है कि बीते सितंबर महीने में निजी बैंक में काम करने वाले एक दोस्त के जरिये आशुतोष श्रीवास्तव पुत्र मनोज श्रीवास्तव निवासी बंगला नंबर 228-ए, रेलवे ऑफिसर कॉलोनी पटना (बिहार) से मुलाकात हुई।
आशुतोष ने उन्हें बताया कि वह रेलवे में कैटरिंग का ठेका लेता है। बताया कि काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस में कैटरिंग का ठेका मिल रहा है, लेकिन उसके नाम से तीन ठेके पहले चल रहे हैं। ऐसे में उसे पार्टनर की जरूरत है। जब वह तैयार हो गए तो आशुतोष ने आशीष से आठ लाख 54 हजार रुपये मांगे। मगर कई दिन बीत जाने के बाद भी जब आशीष को कोई ठेका नहीं मिला तो आशुतोष से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उसका फोन बंद आया।
इस बीच आशीष को पता चला कि आशुतोष को दीमापुर पुलिस ने नागालैंड में गिरफ्तार कर लिया है। डालनवाला पुलिस ने बताया कि आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं आशुतोष की गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।