देहरादून। केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों व ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज डयूटी लगाने के विरोध में सर्राफा व्यापारियों ने अपना कारोबार बंद रखते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली व घंटाघर पर जाम लगा दिया। इस दौरान व्यापारियों व पुलिस के बीच काफी देर तक नोंकझोंक भी हुई, लेकिन जाम न खुलता देख पुलिस सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार कर ले गये, जिससे रोषित व्यापारियों ने जोरदार नारेबाजी के बीच कोतवाली का घेराव किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सर्राफा मंडल, ज्वैलर्स एसोसिएशन ऑफ उत्तरांचल, जिला स्वर्णकार संघ, उत्तराखंड स्वर्णकार संघ से जुडे व्यापारी धामावाला बाजार में बनाये गये धरनास्थल पर एकत्र हुए, जहां उन्होंने अपने कारोबार को बंद रखकर केन्द्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया व अपना क्रमिक अनशन जारी रखा। बाद में वह रैली के रूप मंे घंटाघर पहुंचे, जहां उन्होंने नारेबाजी के बीच जाम लगा दिया। व्यापारियों द्वारा लगाये गये जाम से आम जन को हो रही परेशानियों को देखते हुए पुलिस ने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने और जाम को बरकरार रखा। जाम न खुलता देख पुलिस कुछ सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आयी। पुलिस की इस कार्यवाही से आंदोलनरत व्यापारी भड़क गये और उन्होंने कोतवाली पहंुचकर नारेबाजी के बीच जमकर हंगामा किया।
इससे पूर्व धरनास्थल पर आहूत सभा में वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन के चलते जहां अब तक एक हजार करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हो चुका है, वहीं आम जनमानस को भी दिक्कतों का सामना करने पर विवश होना पड़ रहा है। उनका कहना है कि इससे पूर्व भी केन्द्र सरकार द्वारा सोने के जवरात की खरीद पर ग्राहक को पैनकार्ड नंबर को अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि भारत के अधिकांश लोगों के पास पैन नंबर नहीं है। उनका कहना है कि सोने की खरीद फरोख्त का पैन कार्ड की अनिवार्यता की लिमिट केन्द्र सरकार द्वारा पांच लाख रूपये से घटाकर दो लाख कर दिया गया है जिससे सर्राफा व्यापारियों का अहित हो रहा है। केन्द्र सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है। इस अवसर पर अनेकों सर्राफा व्यापारी मौजूद थे।