गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम में गनर महिपाल की गोली से घायल हुए अतिरिक्त जिला न्यायाशीष (एडिशनल जज) कृष्णकांत के बेटे ध्रुव (16) की मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार सुबह मौत हो गई है। ध्रुव 13 अक्टूबर से अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा था और आखिरकार 10 दिन बाद हार मान ली।आपको बता दें कि 13 अक्टूबर को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा की सुरक्षा में तैनात गनमैन हेड कांस्टेबल ने बीच बाजार उनकी पत्नी और बेटे को गोली मार दी थी।समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, ध्रुव की मंगलवार सुबह मौत हो गई। इस बाबत अस्पताल प्रशासन ने परिजनों और रिश्तेदारों को इस बाबत सूचना दे दी गई है।पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि जज की पत्नी रेणु को 2 गोली लगी थी, एक गोली छाती के आरपार हो गई थी और दूसरी गोली शरीर को छूते हुए निकल गई थी। मृतका के शरीर पर चोट के निशान भी मिले थे। पत्नी रेणु की मौत दूसरे ही दिन हो गई थी, जबकि बेटा ध्रुव वेंटिलेटर पर था। हत्या की ये सनसनीखेज वारदात 13 अक्टूबर की दोपहर को हुई थी। जज की पत्नी रेणु (37) और बेटा ध्रुव (16), आरोपी महिपाल के साथ गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित आर्केडिया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में खरीदारी करने गए थे। दोनों जैसे ही शॉपिंग मॉल से बाहर निकले, सुरक्षाकर्मी ने पहले ध्रुव के सिर पर गोली मारीं और फिर रेणु पर गोलियां बरसा दीं। वारदात के बाद आरोपी ने जज के बेटे को कार में डालने का प्रयास किया, असफल होने पर दोनो को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया था।दिनदहाड़े मॉल के पास हुई इस वारदात से क्षेत्र में हड़कंप मचा गया था। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने प्रदेश के डीजीपी से मामले की जानकारी लेते हुए तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। मूलरूप से हिसार निवासी कृष्णकांत लगभग दो साल से गुरुग्राम में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर कार्यरत हैं। शुरू से ही महेंद्रगढ़ जिले के गांव भुगारका निवासी सुरक्षाकर्मी महिपाल भी उनके साथ था।13 अक्टूबर को दोपहर लगभग तीन बजकर छह मिनट पर वह न्यायाधीश की पत्नी एवं बेटे को शॉपिंग कराने के लिए पहुंचा था। लगभग तीन बजकर 20 मिनट पर सभी शॉपिंग करके बाहर निकले। तभी महिपाल ने पिस्टल निकाली और ध्रुव को नजदीक से उसे सिर में दो गोली मार दी थी। ध्रुव गिरने लगा तो आरोपी ने तीसरी गोली चला दी, जो ध्रुव के कंधे के नजदीक लगी थी।