श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने गुरवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में दो मुठभे़ड़ों में छह आतंकियों को मार गिराया। इस दौरान सेना के एक पैरा कमांडो सहित दो जवान जख्मी हो गए। उधर, त्राल में आतंकियों ने कैंप पर स्नाइपर अटैक किया। इसमें एक जवान शहीद हो गया। बारामुला अठूरा, करीरी इलाके में गुरुवार त़़ड़के सेना की 52 आरआर, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के विशेषष अभियान दल जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। एक मकान में छिपे आतंकियों से मुठभे़ड़ में दो आतंकी मारे गए। मकान आग लगने से खाक हो गया। एक असाल्ट राइफल और एक इंसास राइफल मिली। शाम चार बजे अरवनी में आतंकियों को देखे जाने की सूचना मिलते ही जवानों ने घेराबंदी शुरू की, एक मकान में छिपे आतंकियों ने फायरिंग कर दी। देर शाम तक जारी मुठभे़ड़ में चार आतंकी मारे गए। उनके पास से तीन हथियार मिले हैं। एक हफ्ते में दूसरी बार स्नाइपर से हमला किया आतंकियों ने रात नौ बजे त्राल में 42 राष्ट्रीय राइफल के कैंप पर स्नाइपर हमला किया। इसमें सिपाही नगमसिया मलियाना शहीद हो गए। वह गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। उनके सिर में गोली लगी। वहीं अन्य जवान ठाके धौनी मामूली घायल हो गया। एक हफ्ते में रक्षा प्रतिष्ठान पर स्नाइपर अटैक की यह दूसरी घटना है।21 अक्टूबर को आतंकियों ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ कैंप पर ऐसा हमला किया था। इसमें एसएसबी का एक जवान शहीद हो गया था। स्नाइपर राइफलें संभवत: नाइट विजन उपकरणों से लैस हैं, इसलिए आतंकी छिपकर उनसे हमला कर रहे हैं। अब वे आमने–सामने की फायरिंग से बच रहे हैं।इस बीच, अठूरा करीरी और अरवनी में दोनों ही जगह आतंकियों के फंसे होने की खबर फैलते ही शरारती तत्वों ने मुठभेड़स्थल पर जमा होकर सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। इस पर सुरक्षाबलों को उन्हें खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। अठूरा में शाम होते ही हिंसक झड़पें बंद हो गई थी, लेकिन अरवनि और उसके इलाके में इस खबर के लिखे जाने तक पुलिस और आतंकी समर्थक तत्वों के बीच झड़पें जारी थी।
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार सुबह मारे गए हिज्ब के दोनों आतंकियों सब्जार अहमद और आसिफ गोजरी को दोपहर बाद दक्षिण कश्मीर में स्थित उनके पैतृक गांवों में दफनाया गया। इस दौरान जीनत, रियाज व नवीद जट्ट जैसे दुर्दात आतंकी कमांडर भी नजर आए और उन्होंने अपने साथियों के शवों के पास खड़े होकर हवा में गोलियां दागी।बताया जा रहा है कि 12 लाख का इनामी जीनत उल इस्लाम अपने साथियों संग सब्जार के जनाजे में शामिल हुआ, जबकि नवीद सिरीगुफवारा में आसिफ के जनाजे में देखा गया। आतंकी कमांडरों को देखते ही जिहाद समर्थक व देश विरोधी नारेबाजी तेज हो गई। आतंकी कमांडरों को भीड़ से बचने के लिए लाठियां भी चलानी पड़ीं। उन्होंने अपने दिवंगत साथियों के शवों के पास खड़े होकर हवा में गोलियां चलाकर उन्हें सलामी दी। इस दौरान दो स्थानीय युवक गोली लगने से जख्मी हो गए। उन्हें निकटवर्ती अस्पतान में दाखिल कराया गया है। बाद में आतंकी कमांडर वहां से निकल गए।
हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों के मारे जाने से हताश कश्मीरी अलगाववादियों के साझा मंच ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने 25 अक्टूबर, वीरवार को कश्मीर बंद का आह्वान किया है। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और जेकेएलएफ के चेयरमैन यासीन मलिक के संयुक्त नेतृत्व वाले जेआरएल ने आतंकियों की मौत पर कश्मीरी आवाम को भड़काते हुए बंद रखने का आह्वान किया है।