देहरादून: प्रेमनगर क्षेत्र में नियम-कायदे ताक पर हैं। न कानून का खौफ दिख रहा है न शासन-प्रशासन का। हद ये कि छावनी परिषद देहरादून के 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा कराने के बाद भी लोग बिना अनुमति निर्माण व मरम्मत कार्य कर रहे हैं। ऐसे में कैंट ने फिर पांच लोगों के खिलाफ प्रेमनगर थाने में तहरीर दी। एसओ दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि इस मामले में पूर्व में मुकदमा कायम है, जिसमें इन नामों को भी शामिल कर लिया गया है।
हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासन की टीम ने प्रेमनगर बाजार में कुछ माह पहले अतिक्रमण के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाया था। इस दौरान टीम ने करीब दो सौ से अधिक अवैध निर्माण ध्वस्त किए थे।
इसके कुछ दिन बार फिर से लोगों ने अवैध निर्माण शुरू कर दिया। इस पर कैंट बोर्ड ने चेतावनी जारी की कि बिना अनुमति कोई भी निर्माण अवैध माना जाएगा। बावजूद इसके स्थानीय लोगों ने निर्माण व मरम्मत का कार्य जारी रखा। जिसके बाद कैंट बोर्ड ने पुलिस-प्रशासन को पत्र लिखकर इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कैंट बोर्ड की तरफ से 21 लोगों के खिलाफ प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। कुछ दिन बाद कैंट बोर्ड की टीम ने दोबारा क्षेत्र का निरीक्षण किया तो यहां फिर अवैध निर्माण होता मिला। ऐसे पांच लोगों को चिह्नित कर इनके खिलाफ पुलिस में तहरीर दी गई है।
कैंट बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी जाकिर हुसैन ने बताया कि केहरी गांव निवासी जगदीश प्रसाद, राजीव, धर्मपाल, रामपूर्ति व प्रेमनगर चौक के व्यापारी पुनीत सहगल के खिलाफ प्रेमनगर थाने में तहरीर दी गई है। इनमें से चार लोगों ने अवैध निर्माण जबकि एक व्यक्ति ने अतिक्रमण किया हुआ है।