दीपावली पर शासन ने पटाखे चलाने की समय सीमा की निर्धारित

देहरादून: दीपावली का त्योहार के लिए बाजार सज गया है। घरों को सजाने के लिए बाजार में तमाम सजावटी सामान की बिक्री हो रही है। लोग भी परिवार के सदस्यों संग शॉपिंग करने बाजार पहुंच रहे हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में प्रदेश सरकार ने भी दीपावली के अवसर पर पटाखे चलाने के लिए समय सीमा निर्धारित कर दी है।

राज्य में भी पटाखे चलाने के लिए रात्रि आठ से 10 बजे का समय निर्धारित किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में सभी प्रदेश सरकारों को आतिशबाजी का समय तय करने के आदेश दिए थे। शुक्रवार को शासन ने इस संबंध में पटाखे चलाने की अवधि का निर्धारण करते हुए आदेश जारी कर दिए। प्रमुख सचिव आनंद व‌र्द्धन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक दीपावली पर्व एवं अन्य अवसरों पर पटाखों के प्रयोग के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में राज्य में इसकी समय सीमा रात्रि आठ से 10 बजे तक होगी। उन्होंने इस आदेश के प्रचार-प्रसार के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने और व्यापक प्रचार-प्रसार की अपेक्षा भी की है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों के इस्तेमाल की समय सीमा तय करने के साथ ही प्रदेश सरकारों को वायु एवं ध्वनि प्रदूषण कम करने के भी निर्देश दिए हैं। समय सीमा निर्धारण का यह आदेश दीपावली के अलावा अन्य आयोजनों पर भी लागू होगा।

बगैर लाइसेंस शहर में सजने लगीं पटाखों की दुकानें

शहर में नियमों को ताक पर रखकर पटाखों की दुकानें सजने लगी हैं। स्थिति यह है कि प्रशासन की सूची में प्रतिबंधित पलटन बाजार की गलियों में भी दुकानें लगाई जा रही हैं। इधर, सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल का कहना है कि अभी तक चार सौ लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। लेकिन अभी किसी को लाइसेंस जारी नहीं हुआ है। पटाखों की दुकानों के लाइसेंस के लिए इस बार सख्त नियम बनाए गए हैं। करीब 23 से ज्यादा बिंदुओं पर जांच-पड़ताल के बाद ही लाइसेंस जारी होंगे।

इसके लिए प्रशासन ने बैठक कर व्यापारियों को शहर के आठ इलाकों में दुकानें न सजाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली के पोल, आबादी, संकरी गली या ज्वलनशील पदार्थ के नजदीक दुकानें लगाने की अनुमति नहीं है। मगर, शहर में बिना लाइसेंस के पलटन बाजार, धामावाला, पटेलनगर, बंजारावाला, क्लमेनटाउन, प्रेमनगर, रायपुर आदि इलाकों में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखों की दुकानें सजने लगी हैं। इधर, सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल का कहना है कि अभी तक लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया की पड़ताल की जा रही हैं। देर शाम को 60 लाइसेंस पर हस्ताक्षर हुए हैं।

जांच पूरी होने पर शनिवार से लाइसेंस जारी किए जाएंगे। इसके बाद चार से आठ नवंबर तक लाइसेंस की शर्त के अनुरूप दुकानें संचालित की जाएंगी। यहां दुकान लगाने पर पाबंदी पलटन बाजार-कोतवाली से घंटाघर, धामावाला बाजार-कोतवाली से बाबूगंज (आढ़त बाजार चौक), मोती बाजार-पलटन बाजार से पुरानी सब्जी मंडी-हनुमान मंदिर तक, हनुमान चौक-झडा मोहल्ला-रामलीला बाजार-बैंड बाजार तक, आनंद चौक से लक्ष्मण चौक तक, डिस्पेंसरी रोड का संपूर्ण क्षेत्र, घटाघर से चकराता रोड पर हनुमान मंदिर तक, सर्वे चौक से डीएवी कॉलेज देहरादून जाने वाली रोड करनपुर मुख्य बाजार (भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र) में पटाखों के लाइसेंस नहीं दिए जाएंगे। लाइसेंस के लिए ये मापदंड लाइसेंस के लिए आवेदक को लाइसेंस लेने वाली जगह के मानचित्र की प्रतिलिपि, आवेदन में दुकान स्थल, दुकान में आने वाले ग्राहकों की संख्या, दुकान रिहायशी या मुख्य बाजार में तो नहीं, आस-पास बिजली का पोल, ज्वलनशील पदार्थ, सुरक्षा के लिहाज से पानी, रेत और अन्य संसाधन होने जरूरी हैं। इन शर्तो को पूरा करने के बाद ही लाइसेंस दिए जाएंगे।

पारंपरिक परिधानों से सजा बाजार

दीपावली का त्योहार परिधानों की चमक के बिना अधूरा है। इस अवसर पर लोग ज्यादातर पारंपरिक परिधानों को ही तरजीह देते हैं। बाजार में तरह-तरह के कपड़ों से दुकानें सज चुकी हैं। बच्चों, युवतियों, महिलाओं और पुरुषों के लिए आकर्षक मूल्य पर पारंपरिक परिधान मौजूद हैं। दून के पलटन बाजार में दुकानों पर खूबसूरत कलेक्शन सजाया गया है।

महिलाओं में डार्क कलर्स का क्रेज

त्योहार के लिए महिलाओं में डार्क कलर्स का क्रेज ज्यादा दिखाई दे रहा है। स्पेशली दीपावली के लिए फैशन डिजाइनरों ने ब्राइट हैवी वर्क का फैशन पेश किया है। यलो, ब्लू टोन, गोल्डन, नेवी ब्ल, डार्क ग्रीन, मजेंटा कलर जैसे कलर ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। डिजाइनरों ने वेस्टर्न की तुलना में भारतीय पारंपरिक परिधानों को नये रूप में पेश किया है। इसे महिलाएं व युवतिया काफी पसंद कर रहीं हैं। लहंगा, घाघरा, लहंगा लुक साड़ी, सूट, कुरती, गाउन के बेहतरीन कलेक्शन पेश किए गए हैं।

युवतियों की पहली पसंद एथनिक गाउन

युवतियों में एथनिक गाउन की डिमांड ज्यादा है। लाग पैटर्न में हैवी वर्क में लाइट पिंक, ग्रे, ब्लू, पेस्टल कलर्स के गाउन पसंद किए जा रहे हैं। जॉर्जट, शिफॉन, साटन व नेट के गाउन के कलेक्शन खास तौर पर डिजाइन किए गए हैं। इनकी कीमत दो हजार रुपये से लेकर पांच हजार रुपये है। पुरुषों के लिए 600 से लेकर 4000 रुपये तक के कुर्ते त्योहार पर ज्यादातर पुरुष भी पारंपरिक कुर्तो को पहनना पसंद करते हैं। बाजार में नेक वर्क के साथ कॉटन, सिल्क, चिकन कढ़ाई, रॉ सिल्क में 600 से लेकर 4000 रुपये तक के आकर्षक कुर्ते मौजूद हैं। इनमें हल्का गुलाबी, नीला, स्याह रंग, मैरून कलर ज्यादा डिमांड में है।

सजावटी सामान की हो रही जमकर खरीददारी

घरों को सजाने के लिए बाजार में तमाम सजावटी सामान की बिक्री हो रही है। लोग भी परिवार के सदस्यों संग शॉपिंग करने बाजार पहुंच रहे हैं। इनमें लाइटों, कैंडिलों, डिजाइनर दीयों, बंदनवार, कंडील, इलैक्ट्रिक कैंडिलों, रंग बिरंगी हैंगिंग बॉटल, टी लाइट, आर्टिफिशियल मालाएं, इलैक्ट्रिक आइटम आदि सजावटी सामान मौजूद है।

ये हैं कीमतें

सामान कीमत————-(रुपये)

कंडील——————–200-500

बंदनवार—————–250-350

फ्लोट कैंडिल————50-150

इलैक्ट्रिक कैंडिल——–50-350

हैंगिंग बॉटल———–150

डिजायनर दीये———10-150

आर्टिफिशियल माला—50-300

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