देहरादून: पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र के बीच आर्थिक अंतर मिटाने से विकास दर में इजाफा होगा। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं को रोजगार से जोडऩे वाली योजनाओं से पलायन रुकेगा। इसके बाद साधन संपन्न और साधनहीन में अंतर नहीं रहेगा। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राज्य स्थापना दिवस के मौके पर पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी परेड को संबोधित करते हुए पुलिस कार्यों की सराहना की।कार्यक्रम की शुरुआत में राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास में मातृशक्ति और युवाओं के योगदान को अहम बताया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप जैसी योजनाओं से जुडऩे का आह्वान किया। साथ ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को नारी सशक्तीकरण की दिशा में एक बेहतरीन प्रयास बताया। इससे पहले परेड में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य किशोरावस्था को पूर्ण कर यौवन की तरफ बढ़ रहा है। इस दौरान विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। उन्होंने पुलिस की ओर से बीती एक साल में स्थापित कीर्तिमान को लेकर सबको बधाई दी। कहा कि राज्य पुलिस ने आपदा हो या अपराध, हर जगह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी एक्सपर्ट हो गए हैं। ऐसे में अपराधी छोटा हो या बड़ा, पुलिस सबको रडार पर रखे। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट से राज्य के भविष्य की जो रेखा खींची गई, उसके परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे। इससे पहले डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने भी पुलिस कार्यों की सराहना की। इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, एडीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार, एडीजी प्रशासन राम सिंह मीना, एसएसपी निवेदिता कुकरेती आदि मौजूद रहे। इस दौरान दो पुस्तकों का भी लोकार्पण किया गया। राज्य स्थापना दिवस की दूसरी परेड का नेतृत्व कर रहीं एसएसपी निवेदिता कुकरेती की राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री ने खूब तारीफ की। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने भी निवेदिता की पीठ थपथपाते हुए उन्हें शाबाशी दी। इसके अलावा द्वितीय कमांड एसपी ट्रैफिक लोकेश्वर सिंह, परेड एडजुडेंट सीओ शेखर चंद्र सुयाल ने भी अहम जिम्मेदारी निभाई। संचालन एसआइ पूनम प्रजापति एवं फायरमैन मनीष पंत ने किया। राज्य स्थापना दिवस पर सिविल, पीएसी और आइआरबी के जवानों ने एक के बाद एक हैरतंगेज करतब दिखाते हुए कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। खासकर पहली बार एसएसबी जवानों की तरह हिमरक्षक डेयरडेविल्स के मोटर साइकिल दल ने अपने प्रदर्शन से सबको हैरत में डाल दिया। एक ही बाइक पर 19 से ज्यादा सवारियां, हवा में बाइक चलाने, उल्टा-सीधा बैठकर बाइक ड्राइव करने पर खूब वाहवाही लूटी। इसके अलावा श्वान दल ने मुख्य अतिथियों के स्वागत से लेकर, व्यायाम, स्वच्छता अभियान, फायर ड्रिल का प्रदर्शन किया। इसी तरह घुड़सवार पुलिस ने भी एक के बाद एक साहसिक करतब दिखाते हुए दर्शकों को चौंका दिया। पुलिस जवानों ने अमेजिंग राइफल ड्रिल का प्रदर्शन भी किया। इस दौरान महिला पुलिस कर्मियों ने पुलिस बैंड पर प्रस्तुति दी। बैंड की धुन पर नृत्य पूरे कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र रहा। परेड के बाद पुलिस लाइन मैदान में कमांडो दस्ते ने आतंक से निपटने के लिए की जानी वाली कार्रवाई को बखूबी दिखाया। इस दौरान आतंकियों को पकडऩे और ढेर करने जैसे करतब दिखाए गए। इसी तरह एसडीआरएफ के दस्ते ने आपदा के दौरान बचाव कार्य के दौरान निभाई जाने वाली जिम्मेदारी दर्शायी। हेलीकॉप्टर और पहाड़ी रास्तों से चढऩे और उतरने की ड्रील हो या फिर आपदा में फंसे लोगों की मदद, एक के बाद एक डेमो दिखाते हुए शानदार प्रदर्शन किया गया। ये हुए सम्मानित: डीआइजी गढ़वाल क्षेत्र अजय रौतेला, एसएसपी पौड़ी जगतराम जोशी, एसआइ संतोष कुमार, सेवानिवृत्त सीओ बसंतीलाल, सेना नायक रोशन लाल शर्मा, एसपी हरीश चंद्र सती, इंस्पेक्टर इंद्रसिंह राणा, सेवानिवृत्त पीसी जीत सिंह पोखरिया, गोविंद राम, सीओ सचिवालय सुरक्षा खुशहाल सिंह बिष्ट, सेवानिवृत्त चक्रधर अंथवाल, इंस्पेक्टर महानन्द, दीवान सिंह पीसी विशेष श्रेणी, सहायक सेनानायक कांतिबल्लभ पांडे, सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर गोपाल सिंह दसौनी, पीसी सुंदर सिंह, एसआइ महेश चंद्र जोशी, एचसीपी चन्द्रपाल आदि को सम्मानित किया गया।