देहरादून: दून पुलिस को खुली चुनौती देते हुए फिल्मी अंदाज में पुलिस की वर्दी में पहुंचे बदमाश मेरठ के सर्राफा कारोबारी पिता-पुत्र से 15 लाख के गहने लूटकर फरार हो गए। भीडभाड़ वाले घंटाघर जैसे स्थान पर हुई इस वारदात के बाद से कारोबारियों में दहशत बनी हुई है। हालांकि, घटना होने के बाद पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कई रास्तों पर चेकिंग की, मगर उनका कुछ पता नहीं चल सका। बदमाशों की संख्या चार से छह के बीच बताई जा रही है।लूट की यह वारदात मंगलवार दोपहर सवा बजे के करीब घंटाघर स्थित इलाहाबाद बैंक के पास हुई। जानकारी के मुताबिक, जंतीवाड़ा, मेरठ निवासी मितुष रस्तोगी की कागजी बाजार, मेरठ में महालक्ष्मी ज्वेलर्स के नाम से शॉप है। वह मंगलवार को अपने पिता विजय कुमार के साथ ज्वेलरी का ऑर्डर लेने दून आए थे। मितुष के मुताबिक, उन्होंने पलटन बाजार स्थित फ्रंटियर ज्वेलर्स में हीरे और सोने के गहनों के सैंपल दिखाए। यहा से वह दोनों पैदल राजपुर रोड जाने के लिए घटाघर की तरफ आ गए। दोनों घंटाघर स्थित इलाहाबाद बैंक के दूसरे छोर पर खड़े थे। इसी दौरान एक व्यक्ति उनके पास आया और खुद को पुलिसकर्मी बताकर कहने लगा है कि उसके साहब दूसरी ओर खड़े हैं। उनके बैग की चेकिंग की जानी है। जिसके बाद उसने उनका बैग लिया और दूसरी ओर जाने लगा। इसी बीच वहां चार-पांच लोग आ गए और बैग चेक करने लगे। मितुष के मुताबिक, इसी बीच आरोपितों बैग से एक पैकेट निकाला। जिसमें सोने और हीरे के करीब 15 लाख रुपये के जेवर थे। तभी दो लोग बाइक पर वहां आए और पैकेट लेकर फरार हो गए। जबकि तीन चार लोग उसके आसपास ही रहे। बताया कि जब वह पैकेट लेकर भागे तो उन्होंने चिल्लाते हुए उनका पीछा किया, मगर उन्हें पकड़ नहीं पाए। घटना की जानकारी ट्रैफिक पुलिस के सिपाही को मिली तो उसने कंट्रोल रूम को सूचना दी। लूट की सूचना फ्लैश होने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में घंटाघर के आसपास के रास्तों पर चेकिंग शुरू की। मगर बदमाशों का कहीं पता नहीं चल सका। देर शाम तक पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खलालने में जुटी रही। सीसीटीवी फुटेज में दो लोग बाइक पर जाते दिख रहे हैं। बाइक का नंबर ट्रेस कर बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।निवेदिता कुकरेती, एसएसपी सर्राफ मंडल की सूचना को हल्के में लियाबताया जा रहा है कि वारदात से पहले बदमाशों ने पलटन बाजार में भी ठगी की कोशिश की थी। मगर वह सफल नहीं हो पाए। इसके बाद सर्राफ मंडल के लोगों ने पुलिस को बाजार में कुछ संदिग्ध लोगों के देखे जाने की सूचना पुलिस को दी थी, पर पुलिस ने इसे हल्के में लिया। इसके कुछ ही देर बाद लूट हो गई। पुलिस अगर सूचना को लेकर गंभीरता दिखाती तो बड़ी वारदात को रोका जा सकता था। एसएसआइ कोतवाली अशोक राठौर का कहना है कि सूचना पर उन्होंने कंट्रोल रूप को सूचित कर दिया था और खुद भी पलटन बाजार में गश्त कर पुलिस कर्मियों को सूचित कर दिया था। पुलिस का लूट मानने से इन्कारघटना को पुलिस लूट मानने से इन्कार कर रही है। पुलिस का कहना है कि भीड़भाड़ वाले इलाके में इस प्रकार की घटना होना संभव नहीं है। सीओ चंद्रमोहन सिंह नेगी ने बताया कि यह नकली पुलिसकर्मी बताकर ठगी की घटना है। तहरीर में भी वादी में जो बात लिखी है, उसके हिसाब से भी उनके साथ ठगी हुई है। हालांकि, अज्ञात के खिलाफ ठगी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ईरानी गैंग पर शकपुलिस को शक है कि यह वारदात ईरानी गैंग ने की है। बताया जा रहा है कि ईरानी गैंग के सदस्य मूलरूप से मध्यप्रदेश से हैं, लेकिन वर्तमान में इनकी हरिद्वार, कलियर, मेरठ बस्तियां हैं। वह इस प्रकार की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। देर रात होटल, ढाबे खंगालेबदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस देर रात तक शहर में चेकिंग करने के साथ ही होटल, ढ़ाबों, रेलवे स्टेशन आदि जगहों को खंगालती रही, लेकिन फिलहाल बदमाशों के बारे में कोई पुख्ता सुराग नहीं लग पाया है