देहरादून। हाईकोर्ट के आदेश पर शहर के जिन क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया गया। वहां निकाय चुनाव की आड़ में फिर कब्जे हो गए। प्रेमनगर से रायपुर तक सड़क के दोनों तरफ पहले से दोगुने अस्थायी अतिक्रमण हो गए हैं। यही नहीं, पूर्व में चिह्नित स्थायी अतिक्रमण भी जस के तस नजर आ रहे हैं।
राजधानी में तीन माह पहले हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब पूरी तरह से ठप है। स्थिति यह है कि जिन इलाकों में अतिक्रमण पर डोजर चलाए गए थे, वहां भी दोबारा अतिक्रमण होने लगे हैं।
खासकर 14 सितंबर को प्रेमनगर में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण का सफाया कर संकरे बाजार को मैदान में तब्दील कर दिया था। प्रशासन की व्यस्तता और नेताओं के संरक्षण के चलते यहां फिर से अतिक्रमणकारी दुकानें सजाने लगे हैं।
यही स्थिति चकराता रोड, हरिद्वार रोड, सहारनपुर रोड और रायपुर रोड पर भी देखने को मिल रही है। यहां अस्थायी अतिक्रमण की बाढ़ सी आ गई है। सड़क और फुटपाथ पर लोग कब्जे की नीयत से ठेली और फड़ लगाने लगे हैं। रिस्पना पुल से आराघर चौक तक जहां अतिक्रमण हटाया गया, वहां पहले से ज्यादा ठेलियां सजने लगी हैं।
यही हाल सर्वे चौक से रायपुर रोड पर सहस्रधारा क्रॉसिंग और लाडपुर के बीच है। आइटी पार्क के पास भी पक्के निर्माण ध्वस्त होने के बाद अस्थायी अतिक्रमण किए जा रहे हैं। बावजूद इसके पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
यहां दोबारा हुए अतिक्रमण
प्रेमनगर बाजार, एफआरआइ और आइएमए के बीच, बल्लूपुर और बिंदाल चौक के बीच, लालपुल से सहारनपुर चौक के बीच, हरिद्वार रोड से धर्मपुर चौक, सब्जी मंडी से रिस्पना पुल, आराघर से सर्वे चौक, सर्वे चौक से रायपुर रोड, सहस्रधारा क्रासिंग, आइटी पार्क रोड आदि इलाकों में ज्यादा अतिक्रमण हुआ है।
पुलिस ने नहीं दिया ध्यान
हाईकोर्ट के आदेश पर दोबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ जिलाधिकारी ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। मगर, अभी तक किसी भी क्षेत्र में नए मुकदमे दर्ज नहीं हुए हैं। इससे साफ है कि पुलिस भी अतिक्रमण के खिलाफ ज्यादा गंभीर नहीं है।
होगी सख्त कार्रवाई
जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन के अनुसार अतिक्रमण को लेकर जल्द शासन में बैठक बुलाई जा रही है। बैठक में जो रणनीति बनेगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। शहर में नए और पुराने अतिक्रमण पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
चार माह में दो बार खोद डाली सड़क
राजधानी की सड़कों को एक बार फिर मनमाने तरीके से खोदने का काम शुरू हो गया है। आराघर में चार माह पहले पेंट की गई सड़क को दो बार खोद दिया गया। इससे सड़क पर आवाजाही कर रहे वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इन्वेस्टर्स समिट के लिए शहर की प्रमुख सड़कों पर पेंटिंग की गई। इस पर 10 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया गया। लेकिन, लोक निर्माण विभाग की मनमानी और प्रशासन की अनदेखी के चलते सड़कों को मनमाने तरीके से खोदा जा रहा है।
हरिद्वार रोड पर सड़क सीएमआइ और आराघर चौक के बीच चार माह में दूसरी बार सीवर डालने के लिए खोद दी गई। यहां सड़क खोदने के बाद पैचवर्क तक सही तरीके से नहीं किया गया। इसी तरह सहारनपुर चौक पर भी सड़क खोदने के बाद गड्ढा छोड़ दिया गया। चकराता रोड, राजपुर रोड, ईसी रोड, हरिद्वार हाईवे पर भी कई जगह सड़क खोदी जा रही है, जबकि कुछ जगह पेंटिंग की गई सड़क धंस गई है।
देहरादून के जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन का कहना है कि पेंटिंग की गई सड़कों को मनमाने तरीके से खोदना गलत है। इस संबंध में लोनिवि से रिपोर्ट मांगी जाएगी। अनुमति मिलने और जरूरत होने पर ही सड़क पर सीवर और नाली का काम हो सकेगा। इसके लिए विभाग सड़क पेंटिंग से पहले अनुमति संबंधी पत्र जारी करेगा।