देहरादून। जमीन के अंदर स्थित टेक्टोनिक प्लेट्स का मूवमेंट भूकंप का एक बड़ा कारण है। मूवमेंट की सही जानकारी हो जाए तो भूकंप से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। इस मूवमेंट को जानने के लिए हेलीकॉप्टर में क्षणिक विद्युत चुंबकीय तकनीक को लगाकर रामनगर से लेकर कालाढूंगी तक जांच की जा रही है। दस दिसंबर तक प्रस्तावित टेस्टिंग में सफलता मिलने पर यहां भूगर्भ वैज्ञानिकों का डेरा लगेगा। भूकंप के लिहाज से सबसे खतरनाक जोन-5 में उत्तराखंड भी शामिल है। पिछले तीन-चार सालों से वैज्ञानिक उत्तराखंड में बड़ा भूकंप आने की चेतावनी दे चुके हैं।