अहमदाबाद । केंद्र की आईडीएस (Income Declaration Scheme) योजना के तहत 13,860 करोड़ की आय घोषित करने वाले अहमदाबाद के महेश शर्मा लापता हो गए हैं। उनकी तलाश में आयकर विभाग लगातार कई दिनों से विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रहा है। यह छापेमारी 1 दिसंबर तक भी जारी रही थी। इसके बावजूद उनका अभी तक कुछ पता नहीं चला है। उनके द्वारा दी गई डिक्लेयरेशन को आयकर विभाग द्वारा खारिज करने के बाद से ही वह फरार बताए जा रहे हैं।
टैक्स की पहली किश्त अदा करने से पहले ही लापता
बेहद सामान्य घर में रहने वाले शाह को आईडीएस योजना के तहत घोषित आय पर चार किश्तों में 45 प्रतिशत टैक्स भरना था। 30 नवंबर से पहले शाह को इसकी पहली किश्त का 25 प्रतिशत यानी 1560 करोड़ रुपये जमा करना था, लेकिन आखिरी तारीख तक उन्होंने ऐसा नहीं किया। पहली किश्त जमा करने की मियाद खत्म होने से पहले ही आयकर विभाग ने 28 नवंबर को शाह का डिस्क्लोजर रद्द कर दिया था। इसके बाद विभाग ने 29 और 30 नवंबर को शाह और उनके सीए तेहमूल सेठना के ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।
सबसे बड़े काले धन का खुलासा, बिजनेसमैन के पास मिले 13,860 करोड़
40 लाख कैश बरामद
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक इस छापेमारी में आयकर विभाग ने शाह के बिजनेस पार्टनर के यहां से 40 लाख कैश और करीब 30 लाख रुपये के जेवर बरामद किए। हालांकि शाह ने पिछले दो से तीन वर्षों के अंदर जो रिटर्न दाखिल की है उसके मुताबिक उनकी सालाना आय दो से तीन लाख रुपये तक है।
आयकर विभाग ने की छापेमारी
आयकर विभाग ने शुक्रवार को शाह की चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म अप्पाजी अमीन के ठिकानों पर भी छापे मारे थे। तेहमूल के मुताबिक इनके व्यवसाय की ठोस जानकारी नहीं है और न ही वह कुछ खास पढ़े लिखे हैं। उन्होंने बताया है कि शाह के संपर्क काफी बड़े लोगों से थे और वो जमीन में बड़े सौदे किया करते थे इसलिए उन्हें कभी उनके खुलासे पर संदेह होने की संभावना नहीं थी। उनके मुताबिक वह जहां जाते थे वहां फाइव स्टार होटल में ही रुका करते थे।