देहरादून। पटेलनगर के पट्टियोंवाला निवासी नवीन उप्रेती की हत्या आरोपित की पत्नी पर बुरी नजर रखने के कारण हुई थी। यह बात पुलिस के हत्थे चढ़े मुख्य आरोपित गजेंद्र उर्फ अनिल ने पूछताछ में बताई।
आरोपित ने बताया कि शराब पीने के दौरान भी नवीन ने उसकी बीवी को लेकर ऐसी बातें कहीं, जो वह बर्दाश्त नहीं कर सका। फिर उसने उसकी हत्या कर नाक काट दी। पुलिस ने इस मामले में दो और लोगों को आरोपित बनाया है। इन दोनों पर वारदात के बाद शव को छिपाने का आरोप है।
नवीन उप्रेती का शव सात दिसंबर को तुंतोवाला जंगल में मिला था। शव पर मिले चोट के निशान और कटी नाक देखकर पुलिस हत्या के पीछे अवैध संबंध की कड़ी तलाशने में लगी थी। इस बीच नवीन के बेटे सूरज उप्रेती ने बताया कि गजेंद्र उर्फ अनिल पुत्र सुरेंद्र निवासी पिट्ठूवाला खुर्द उसके घर पर किराये पर रहता था। उसके साथ उसकी दूसरी बीवी भी रहती थी। सात दिसंबर से डेढ़ महीने पहले ही उन्होंने घर छोड़ दिया था। 30 नवंबर को गजेंद्र नवीन को उसके घर से पंजाब काम पर ले जाने के बहाने बुलाकर ले गया था। ऐसे में पहला शक उसी पर गया।
पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो वह फरार मिला। इससे शक और गहरा गया। इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया गजेंद्र उर्फ अनिल को चंद्रबनी क्षेत्र से दबोचा गया। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई पाठल और उस समय पहनी जैकेट बरामद की गई।
गजेंद्र ने पुलिस को बताया कि नवीन उसकी बीवी पर गलत निगाह रखता था। जब वह नवीन के यहां किराये पर रहता था, तब भी दो-तीन बार उसने उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ की थी। आरोपित ने बताया कि 30 नवंबर को उसने नवीन को पंजाब जाने के बहाने बुलाया और फिर दोनों शराब पीने बैठ गए। शराब पीने के दौरान भी नवीन ने उसकी बीवी को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं, जिससे उसे गुस्सा आ गया।
सबक सिखाने के लिए उसने नवीन के सिर पर पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर दी और फिर उसकी नाक काट दी। शव छिपाने पर बने आरोपित हत्या के बाद गजेंद्र ने मेहरबान के भाई कुर्बान को फोन कर बताया कि उसके खेत में नवीन करंट से मर गया है। इस पर कुर्बान अपने नौकर जैनू के साथ वहां पहुंचा और शव को खेत से उठाकर जंगल में ले जाकर फेंक दिया। पुलिस ने इन दोनों के नाम मुकदमे में जोड़ दिए हैं। कुर्बान और जैनू फिलहाल फरार है।