नई दिल्ली। कर्नाटक की सरकार पर संकट के मुद्दे पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा तोड़फोड़ कर कर्नाटक में सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकती है। सभी कांग्रेस विधायक एकसाथ हैं। कहीं कोई टूट नहीं है। लोगों को भ्रम में रखा जा रहा है। मल्लिकार्जुन ने कहा कि उनकी कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से बात हुई है। भाजपा नए-नए जुमले बनाती रहती है, कर्नाटक को लेकर भी एक जुमला दिया जा रहा है।
खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से बात की है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चिंता की कोई बात नहीं। भारतीय जनता पार्टी वाले झूठ बोल रहे हैं। मीडिया में झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। सभी कांग्रेस विधायक एकसाथ हैं। कहीं कोई टूट नहीं है। लोगों को भ्रम में रखा जा रहा है। भाजपा कर्नाटक सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं हो पाएंगे।’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘मैं देश की जनता से अपील करता हूं कि देखें कि भाजपा किस तरह सरकार को अस्थिर करना चाहती है। हालांकि यह पहली बार कर्नाटक में नहीं हुआ है। चाहे गोवा, मणिपुर या अरुणचाल हो भारतीय जनता पार्टी का तोड़फोड़ करना, सरकार बना लेना उनकी पुरानी आदत रही है।’
कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार पर संकट के बादल छा रहे हैं। सरकार की डांवाडोल स्थिति पर दिल्ली में भी चर्चा हो रही है। सरकार से दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिसके बाद कर्नाटक की राजनीति में एक भूचाल सा आ गया है। लेकिन जेडीएस अध्यक्ष देवगौड़ा का कहना है कि सरकार पर कोई संकट नहीं है, मीडिया इस मुद्दे को ज्यादा तूल दे रही है।
दरअसल, विधानसभा चुनावों के करीब सात माह बाद कर्नाटक में फिर सत्ता का नाटक शुरू हो गया है। मंगलवार को दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने सरकार से समर्थन वापस लिया है। हालांकि, सरकार गिरने जैसे अभी कोई आसार नही हैं। गौरतलब है कि 224 विधायकों वाली कर्नाटक सरकार में बहुमत का आंकड़ा 113 है, जबकि कुमारस्वामी के पास अभी भी 117 विधायकों का समर्थन है। वहीं प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जदएस गठबंधन ने भाजपा पर ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उलटा कांग्रेस-जदएस गठबंधन भाजपा विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहा है। लिहाजा पार्टी के सभी विधायकों को गुरुग्राम शिफ्ट कर दिया है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के 10 और जेडीएस के तीन विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। भाजपा की कोशिश है कि ये 13 विधायक जल्द से जल्द इस्तीफा दे दें। भाजपा अगले हफ्ते प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकती है। बताते चलें कि विधानसभा चुनावों में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें हासिल हुई थीं और पार्टी नेता बीएस येद्दयुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली थी, लेकिन बाद में कांग्रेस और जेडीएस ने हाथ मिलाकर एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में सरकार बना ली थी।
दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस ने मिलकर सरकार तो बना ली थी, लेकिन उनके पास बड़ा बहुमत नहीं है। ऐसे में अगर 13 विधायकों ने इस्तीफा दिया तो दिक्कत बढ़ जाएगी। रविवार को राज्य के जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार ने भी माना था कि तीन कांग्रेस विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। इस बारे में जब उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर से पूछा गया तो उनका जवाब था, ‘उन्हें रहने दीजिए.. वे वहां क्यों गए हैं, कोई नहीं जानता। वे छुट्टियां मनाने गए होंगे या मंदिर दर्शन को गए होंगे या फिर नेताओं से मिलने गए होंगे।’