हल्द्वानी: बनभूलपुरा थाने से चंद कदमों की दूरी पर बुधवार शाम चार साल के मासूम को निजी बस ने रौंद दिया। हादसे में बच्चे की मौत से भड़की भीड़ ने बस में जमकर तोडफ़ोड़ की। पुलिस जब मामले को शांत कराने के लिए आगे बढ़ी तो लोगों ने चारों तरफ से पथराव शुरू कर दिया। एक घंटे तक पथराव में कोतवाल व बनभूलपुरा थानाध्यक्ष समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। भीड़ के उग्र रूप को देख जवाब में पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया। तनाव को देखते हुए हल्द्वानी समेत आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में पुलिस बल बनभूलपुरा में तैनात कर दिया गया है। पथराव में शामिल और भीड़ को उकसाने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
लाइन नंबर 17 निवासी सईद अहमद की फ्रिज रिपेयङ्क्षरग की दुकान है। सईद का बड़ा बेटा जुबैर (8) कक्षा तीन में पढ़ता है। जबकि छोटा अदनान चार साल का था। पड़ोसियों ने बताया कि बुधवार को सवा चार बजे के करीब जुबैर ट्यूशन पढऩे जा रहा था। इस बीच अदनान भी छोटी साइकिल लेकर उसके साथ चल दिया। जैसे ही दोनों भाई चोरगलिया रोड स्थित मुजाहिद चौक पर पहुंचे तो सितारगंज रूट पर चलने वाली निजी बस यूपी-03-4743 ने अदनान को अपनी चपेट में ले लिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि जुबैर को मामूली चोट आई। आनन-फानन में अदनान को एसटीएच लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया
वहीं, हादसे के बाद मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने टक्कर मारने वाली बस के साथ एक अन्य बस में भी तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। सूचना पर एसडीएम एपी वाजपेयी, सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार उपाध्याय, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ दिनेश ढौंडियाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को लगातार शांत कराने का प्रयास किया। एक बार मामला शांत हुआ, लेकिन उसके बाद पथराव शुरू हो गया। पत्थरबाजी में कोतवाल विक्रम सिंह राठौर, बनभूलपुरा थाना प्रभारी एसओ मंगल सिंह समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिसके बाद उग्र भीड़ पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने भी लाठीचार्ज शुरू कर दिया और बवालियों को खदेड़ा गया। पत्थर बरसाने में सबसे आगे चल रहे वारिस नामक एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रात तक बनभूलपुरा में तनाव की स्थिति रही। इसे देखते हुए भारी फोर्स की तैनाती की गई है।
अदनान अक्सर शाम को बड़े भाई जुबेर के कोचिंग जाने के दौरान उसके साथ मस्ती करते हुए जाता था। लेकिन बुधवार की शाम उसके लिए मौत बनकर आई। मासूम की मौत के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां बेसुध पड़ी हुई है तो पिता का रो रो कर बुरा हाल हुआ है।