नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बीमारी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कर्नाटक में और जोड़-तोड़ करने की कोशिश करेगी तो उन्हें कर्नाटक की जनता का श्राप लगेगा और उनकी तबीयत पहले से ज्यादा खराब हो जाएगी। बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को स्वाइन फ्लू हो गया है और वे अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि, उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है।
कांग्रेस सांसद ने ये विवादित बयान एक निजी चैनल से बातचीत में दिया। पत्रकार ने उनसे अमित शाह की तबीयत को लेकर सवाल पूछा था। जिस पर सांसद ने कहा, ‘उसको स्वाइन फ्लू हुआ है, हिंदी में उसको.. … (विवादित शब्द) का जुकाम बोला जाता है।’
हरिप्रसाद ने आगे कहा, ‘कर्नाटक में और हाथ लगाने से उनका तबीयत और खराब हो जाएगा। कर्नाटक का सरकार छूने से लोगों का श्राप लगेगा, उनको और बीमारी आ जाएगा। उन्होंने कहा कि राफेल डील में 30 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करके उस पैसे कर्नाटक की सरकार गिराने की साजिश करेंगे तो श्राप तो लगेगा ही। बाद में उन्होंने चैनल से बातचीत में भी कहा कि उन्हें अपने बयान पर भी कोई खेद नहीं है।
विवादित बयान को लेकर भाजपा हमलावर
वहीं, पार्टी अध्यक्ष के प्रति विवादित बयान को लेकर भाजपा नेता कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘जिस तरह का गंदा और बेहूदा बयान कांग्रेस के सांसद बीके हरिप्रसाद ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जी के स्वास्थ्य के लिये किया हैं, यह कांग्रेस के स्तर को दर्शाता है, फ्लू का उपचार है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं की मानसिक बीमारी का उपचार मुश्किल है।’
शाह की तबीयत में हो रहा सुधार
भाजपा प्रवक्ता अनिल बलूनी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की सेहत में सुधार हैं, उन्हें एक-दो दिन के अंदर अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।’ गौरतलब है कि शाह के बीमार होने के चलते उनका कई प्रदेशों का दौरा रद कर दिया गया है।
क्यों आया कर्नाटक का जिक्र?
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक में राजनीतिक नूरा कुश्ती हो रही है। कांग्रेस-जेडीएस पार्टी भाजपा पर सरकार गिराने के आरोप लगा रहे हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि उल्टा कांग्रेस पार्टी उनके विधायकों को प्रलोभन देकर तोड़ना चाहती है। कुल मिलाकर खूब बयानबाजी और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं।
क्या राहुल गांधी लेंगे एक्शन ?
गौरतलब है कि सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभकामनाएं दी और उनके जल्द ठीक होने की कामना की। इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी चाहे मल्लिकार्जुन खड़गे हों या पी. चिदंबरम सबने एक सुर में विपक्षी नेताओं के जल्द ठीक होने की कामना की है। लेकिन बीके प्रसाद कहते हैं कि वो पार्टी अध्यक्ष की लाइन है, मैंने तो कार्यकर्ताओं की भावनाओं को उजागर किया है। हालांकि, देखना ये होगा कि विपक्षी नेताओँ के लिए ऐसी ओछी और स्तरहीन सार्वजनिक भाषा पर कांग्रेस पार्टी और अध्यक्ष राहुल गांधी क्या प्रतिक्रिया देते हैं।