देहरादून। ऋषिकेश जा रहे भाई-बहन को लिफ्ट देने के बहाने दो युवकों ने गाड़ी में बिठा लिया। थोड़ी दूर जाने पर दोनों ने पुलिस चेकिंग का भय दिखाते हुए नकदी और उनका बैग ले लिया और बड़ी ही सफाई से नकदी का लिफाफा बदल दिया। इसके बाद कार सवार युवकों ने भाई-बहन को डोईवाला के पास उतारा और फरार हो गए। मामले में महिला ने नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
सुभाष डबराल पुत्र राजेंद्र प्रसाद डबराल निवासी लेन नंबर-एक, मोथरोवाला विष्णुपुरम ने पुलिस को बताया कि वो अपनी बड़ी बहन लता देवी के साथ ऋषिकेश के लिए निकले थे। दोनों को अपने घर लंबगांव (टिहरी गढ़वाल) जाना था। वे हरिद्वार रोड पर पुरानी बाइपास चौकी के पास वह गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी माता मंदिर रोड की तरफ से आ रही स्लेटी रंग की कार उनके पास रुकी। कार में दो युवक सवार थे।
युवकों के पूछने पर लता ने बताया कि उन्हें ऋषिकेश जाना है। तब दोनों ने कहा कि वह भी ऋषिकेश जा रहे हैं और उन्हें भी छोड़ देंगे। इस पर लता और उनका भाई कार में बैठ गए। जोगीवाला पार करने के बाद दोनों ने कहा कि आगे पुलिस की चेकिंग चल रही है। उनके पास जो भी सामान हो, वह उन्हें दे दें। जिसे वह गाड़ी में छिपा देंगे। लता को दोनों ने एक लिफाफा दिया, जिसमें उन्होंने 1.65 लाख रुपये रखे और बैग भी दे दिया।
दोनों युवकों ने थोड़ी देर बाद लिफाफे को उनके बैग में डालकर वापस कर दिया। डोईवाला के पास पहुंचे तो दोनों ने कहा कि हम गाड़ी चेक करवा कर आते हैं। आप लोग आगे पैदल चलो। कुछ देर तक सुभाष और लता ने गाड़ी का इंतजार किया, लेकिन काफी देर तक गाड़ी नहीं आई। तब उन्हें कुछ गड़बड़ लगी और बैग में रखा लिफाफा खोला तो वह खाली था। उसमें से रुपये और एटीएम कार्ड गायब थे।
सुभाष की शादी के लिए थे पैसे
पुलिस के अनुसार सुभाष की जल्द ही शादी होने वाली है। वह एक इंटर कॉलेज में क्लर्क की नौकरी करते हैं। वह बहन लता के साथ पैतृक गांव जा रहे थे। जहां इन दिनों शादी की तैयारियां चल रही हैं।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि माता मंदिर से लेकर हरिद्वार रोड और डोईवाला में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई जा रही है। ठगों के बारे में कुछ सुराग हाथ लगे हैं, जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।