नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारतीय जनता पार्टी के रोड शो और रैलियों को रोकने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। वह कभी अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टरों को रैली स्थल पर लैंडिंग की इजाजत नहीं देतीं, तो कभी रोड शो पर ही प्रतिबंध लगा देती हैं। भाजपा का कहना है कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं बचा है। ऐसे में जब ममता बनर्जी विपक्ष की महारैली में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचीं, तो उनका स्वागत कुछ पोस्टरों के साथ हुआ। इन पोस्टरों पर ममता बनर्जी पर तंज कसे गए हैं।विपक्ष की महारैली से ठीक पहले दिल्ली में यूथ ऑफ डेमोक्रेसी नाम की ओर से लगाए गए पोस्टर्स में लिखा है, ‘दीदी यहां खुलकर मुस्कुराइए, आप लोकतंत्र में हैं।’ वहीं एक अन्य पोस्टर पर लिखा है, ‘दीदी यहां आपको लोगों को संबोधित करने से कोई नहीं रोकेगा।’ यह बताने की जरूरत नहीं है कि ममता बनर्जी के लिए लगाए गए ये पोस्टर किस ओर इशारा कर रहे हैं। विपक्ष की रैली के दौरान ममता बनर्जी अपने भाषण में जरूर पोस्टर्स का जिक्र करेंगी, ऐसा लगता है।बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को लैंडिंग की इजाजत प्रदेश सरकार की ओर से नहीं मिली थी। बालुरघाट और रायगंज में रैलियों को संबोधित करने के लिए पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले में हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने के दो दिन बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सड़क के माध्यम से बंगाल जाने का फैसला किया था।पश्चिम बंगाल में भाजपा की रथयात्रा को अनुमति देने से भी सुप्रीम कोर्ट ने ने इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा को राज्य में सिर्फ रैलियां और सभाएं आयोजित करने की इजाजत दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की रथयात्रा से सौहार्द बिगड़ सकता है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यदि भाजपा नई यात्रा के लिए संशोधित योजना लेकर आए, तो उस पर नए सिरे से विचार किया जा सकता है।बता दें कि मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता दिखाने की कड़ी में मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी अब मेगा रैली का आयोजन कर रही है। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू प्रमुख वक्ता होंगे। यह अलग बात है कि रैली के बाबत आप ने उन सभी विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा है, जो पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी की ओर से आयोजित की गई भाजपा विरोधी रैली में शिरकत करने आए थे। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बहुत कम समय बचा है, ऐसे में यह मेला रैली राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगियों को चुनौती देने के लिए एक महागठबंधन बनाने के लिए विपक्षी नेताओं को साथ लाएगी।