भ्रष्‍टाचार के मामले में पाकिस्‍तान और चीन हैं भारत से आगे

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने हाल ही में करप्शन परसेप्शन इंडेक्स 2018 जारी किया है। 180 देशों की इस सूची में सोमालिया पहले स्थान पर है, जहां सबसे अधिक भ्रष्टाचार है। वहीं सीरिया व दक्षिणी सूडान 178, यमन व उत्तरी कोरिया 176 नंबर पर सबसे अधिक भ्रष्ट देश हैं। सूची तैयार करने के लिए देशों को विभिन्न कसौटियों पर 0 से 100 अंक के बीच अंक दिए जाते हैं। सबसे कम अंक सबसे अधिक भ्रष्टाचार व्याप्त होने का संकेत माना जाता है। भारत 41 स्कोर के साथ 78वें पायदान पर है। अच्छी बात ये है कि 2015 के बाद से इस स्थिति में सुधार के संकेत हैं और सूचकांक के मुताबिक बीते कुछ सालों में भारत में भ्रष्टाचार कम हुआ है।वैश्विक भ्रष्टाचार को मापने और इसके खिलाफ सरकारों को सशक्त संदेश देने के लिए 1995 में इस सूचकांक को शुरू किया गया। इसमें 180 देशों की स्थिति का आकलन किया जाता है। यह सूची विश्लेषकों, कारोबारियों और विशेषज्ञों के आकलन और अनुभवों के आधार पर तैयार की जाती है।इसका उद्देश्य राजनीतिक शक्ति पर जांच व संतुलन बनाए रखने वाली संस्थाओं को मजबूत रखना, भ्रष्टाचार विरोधी कानून को मजबूती देना, नागरिकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज सशक्त करना व समाज को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इसमें पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं के लिए काम की आजादी जैसी कसौटियां भी अपनाई जाती हैं।सूची में अंतिम पायदान पर 88 स्कोर के साथ डेनमार्क है जहां अन्य देशों की तुलना में सबसे कम भ्रष्टाचार है। न्यूजीलैंड 87 अंक के साथ अंतिम दूसरे स्थान पर हैं। ब्रिटेन 11, ऑस्ट्रेलिया 13, हांगकांग 14, जापान 18, फ्रांस 21, अमेरिका 22, संयुक्त अरब अमीरात 23 नंबर पर है। इन देशों में दुनिया में सबसे कम भ्रष्टाचार है।रिपोर्ट के मुताबिक जिन देशों में युद्ध, राजनीतिक अस्थिरता और संकट के हालात हैं वो भ्रष्टाचार से सबसे ज्यादा लिप्त हैं। यहां पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं और यहां तक कि कानून लागू करने वाली और नियामकीय एजेंसियों के अधिकारियों तक को धमकियां दी जाती है।भारत में इस स्थिति में सुधार हो रहा है। 2012 में 36 स्कोर से 2018 में 41 स्कोर हो गया है, जो अच्छे नतीजों की तरफ इशारा करता है। हालांकि अमेरिका के लिए ताजा आंकड़े निराशा जनक हैं। अमेरिका 2011 के बाद इस साल पहली बार 20 सबसे कम भ्रष्ट देशों की सूची से बाहर हुआ है। दूसरी ओर ब्राजील भी उन चुनिंदा देशों में शामिल है, जहां भ्रष्टाचार पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा चुका है।रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल, दो तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 50 से नीचे रहा, जिसमें औसत 43 स्कोर था। मतलब जिन देशों में स्कोर गिर रहा है वहां लोकतांत्रिक संस्थानों के प्रशासन में गिरावट, समाज, नागरिकों के अधिकार और स्वतंत्र मीडिया के लिए सिकुड़ते दायरे को देखा जा सकता है।

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