गोल्ड लोन बैंक में दिन-दहाड़े बदमाश धमके

देहरादून। रुड़की में हथियारों से लैस चार बदमाशों ने गोल्ड लोन बैंक में धावा बोल दिया। बदमाशों ने बैंक की तिजोरी खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन नंबर लॉक होने के चलते सफल नहीं हो पाए। बदमाशों ने कर्मचारियों के पर्स बाहर निकलवा दिये। इनमें से एक कर्मचारी का पर्स बदमाश अपने साथ ले गए। पर्स में नौ हजार रुपये की नकदी थी। जबकि, कर्मचारियों के मोबाइल बदमाश बाहर कचरे के डिब्बे में फेंक गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से बदमाशों को चिह्नित करने में जुटी है। एसएसपी हरिद्वार जन्मेंजय प्रभाकर खंडूरी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। बता दें कि करीब तीन महीने पहले देहरादून में भी गोल्ड लोन बैंक में इसी तरह की वारदात हुई थी। पुलिस दोनों घटनाओं को जोड़कर देख रही है।देहरादून-दिल्ली हाइवे पर स्थित मालवीय चौक के समीप आइआइएफ गोल्ड लोन बैंक है। यहां बैंक एक इमारत की पहली मंजिल पर है। सुबह करीब 11 बजे चार बदमाश सीढिय़ों के रास्ते बैंक के भीतर घुस आए। बैंक में उस समय एकाउंटेंट पंकज शर्मा, कर्मचारी नितिश चौधरी, सुखपाल और एक महिला कर्मचारी मौजूद थी। तीन बदमाशों ने आते ही पिस्टल निकालकर कर्मचारियों पर तान दिये। उन्होंने कर्मचारियों के मोबाइल और पर्स आदि भी निकलवा लिये और धमकाते हुए कहा कि तुम हमें सहयोग करोगे, तो हम तुम्हें कुछ नहीं करेंगे।इसके बाद बदमाशों ने कैश और गोल्ड की डिमांड करते हुए लॉकर की चाबी मांगी। कर्मचारियों ने बताया कि चाबी नहीं है। लॉक नंबर से खुलता है।नंबर की जानकारी उनको नहीं होती। इस पर उन्होंने कर्मचारियों के पर्स चेक किये। एक कर्मचारी के पर्स में 12 हजार और दूसरे कर्मचारी के पर्स में 9 हजार रुपये थे। बदमाशों ने कहा कि वह छोटी मोटी लूट नहीं करते हैं। इसलिए वह पर्स नहीं ले जा रहे हैं, लेकिन बाद में जाते वक्त उनमें से एक बदमाश एक कर्मचारी पर्स उठा ले गया, उसमें नौ हजार रुपये थे। यह पर्स कर्मचारी नितिश चौधरी का बताया गया। बदमाश कर्मचारियों के मोबाइल भी ले गए, जिन्हें वह स्विच ऑफ करके बैंक के बाहर डस्टबिन में डाल गए।बदमाशों के जाने के बाद कर्मचारियों ने बराबर में स्थित रिलाइंस के ऑफिस पहुंचकर उनके फोन से पुलिस को घटना की जानकारी दी। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया।

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