देहरादून।यदि आप बिजली की फिजूलखर्ची करते हैं तो इससे घर का बजट भी गड़बड़ा सकता है। आप जितनी अधिक बिजली खर्च करेंगे, उतना ही अधिक बोझ जेब पर भी पड़ेगा। जो घरेलू उपभोक्ता प्रतिमाह 100 से 200 यूनिट तक बिजली फूंकते हैं, उन पर अधिकतम 3.62 फीसद का अधिक बोझ पड़ेगा, जबकि 500 यूनिट तक खर्च करने पर यह बोझ 4.11 फीसद तक पहुंच जाएगा। हालांकि, वर्तमान स्थित यह बताती है कि 22 लाख उपभोक्ताओं वाले उत्तराखंड में 43 फीसद उपभोक्ता 100 यूनिट तक ही बिजली खर्च करते हैं।प्रतिमाह 100 से 200 यूनिट बिजली खर्च करने पर बिजली के फिक्स चार्ज में भी किसी तरह का इजाफा नहीं किया गया है। वहीं, इससे अधिक यूनिट खर्च करने पर सिर्फ फिक्स चार्ज में ही पांच से 10 रुपये प्रतिमाह अधिक चुकाने पड़ेगा। इसके बिजली दरों में भी प्रति माह 185 रुपये से लेकर 315 रुपये अधिक चुकाने पड़ेंगे।यानी दो माह की बिलिंग में यह राशि दोगुनी हो जाएगी। दूसरी तरफ 200 यूनिट तक खर्च करने पर प्रतिमाह यह इजाफा महज 25 रुपये है और 100 यूनिट पर यह राशि और भी कम 10 रुपये आ रही है।100 यूनिट तक बिजली खर्च पर प्रति यूनिट की दर 3.30 रुपये आएगी, जबकि 200 यूनिट पर दर 3.58 रुपये, 300 यूनिट पर 4.22 रुपये, 400 यूनिट पर 4.39 रुपये और 500 यूनिट के खर्च पर यही दर 4.81 रुपये हो जाएगी। इस तरह भी समझा जा सकता है कि कम बिजली की खपत पर प्रति यूनिट कम भुगतान करना पड़ेगा। भले ही आम उपभोक्ताओं की जेब पर बिजली का भार बढ़ा हो, लेकिन विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश के बीपीएल परिवारों को राहत दी है। प्रदेश में लगभग 4.5 लाख बीपीएल उपभोक्ता हैं। इस श्रेणी के उपभोक्ताओं के टैरिफ में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है।