वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिकी मीडिया संगठनों पर जमकर हमला बोला है। ट्रंप ने कहा कि पिछले हफ्ते न्यूजीलैंड की मस्जिदों में हुए आतंकी हमले (New Zealand Shooting) के लिए मीडिया उन्हें दोषी ठहराया रही है। ट्रंप ने ट्वीट किया ‘फेक न्यूज मीडिया इस हमले में मुझे दोषी ठहराने के लिए ज्यादा समय तक काम कर रही है। इसे साबित करने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी होगी। यह काफी हास्यास्पद है।’
इस हमले के बाद से अमेरिकी मीडिया लगाताग हमलावर की मैनिफेस्टो पर फोकस कर रहा हैं। ट्रंप ने यह बयान इसके बाद ही दिया है। बता दें कि इस मैनिफेस्टो में हमलावर ने श्वेत वर्चस्व (White Supremacy)को कायम करने के लिए अप्रवासियों को बाहर निकालने की बात की थी। व्हाइट हाउस ने इन दावों को खारिज कर दिया है कि ट्रम्प ने श्वेत राष्ट्रवादी विचारों का समर्थन किया था।
व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मिक मुलवेनी ने कहा ‘राष्ट्रपति श्वेत वर्चस्ववादी (white supremacist) नहीं हैं। मुझे नहीं पता हमें यह कितनी बार कहना होगा।’ आरोपी ब्रेंटेन टैरेंट से जुड़ा हुआ एक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक मैनिफेस्टो पोस्ट किया गया था। इस मैनिफेस्टो में आप्रवासी और मुस्लिम विरोधी विचारों को व्यक्त किया गया था। इस पोस्ट में लिखा गया था कि वे ट्रंप का समर्थन करते हैं, क्योंकि दोनों एक ही मकसद के लिए काम कर रहे हैं।
इसके बाद ट्रंप ने कहा था कि वह दुनिया में श्वेत राष्ट्रवाद में बढौतरी नहीं देख रहे हैं। ट्रंप ने कहा- ‘मैं वास्तव में ऐसा नहीं सोचता। मुझे लगता है कि यह कुछ लोगों का एक छोटा समूह है जो इस गंभीर समस्या से जूझ रहा है।’
बता दें कि इस हमले में 49 लोगों की मौत हो गई है और 39 लोग बताए जा रहे हैं। आरोपी ब्रेंटन टैरंट को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया था। उसकी अगली पेशी 5 अप्रैल को होगी।