देहरादून। सोमवार को ऐतिहासिक श्री झंडा जी के आरोहण के बाद आज बुधवार को संगतों नगर परिक्रमा की। श्रद्धा एवं आस्था के इस सागर में हर संगत डुबकी लगाने को बेहद उत्साहित नजर आई।श्री दरबार साहिब प्रबंधन समिति ने भी इस ऐतिहासिक परंपरा को सफल बनाने के लिए तैयारियां पहले से पूरी कर ली थी। बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे के बाद श्री दरबार साहिब से नगर परिक्रमा की शुरुआत हुई।यहां से संगतें शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरी। इसके बाद यहां से महंतों के समाधि स्थल लक्खीबाग पहुंचकर करीब 30 मिनट तक नगर परिक्रमा रुकी। इसके बाद परिक्रमा ने दरबार साहिब के लिए प्रस्थान किया। नगर परिक्रमा के बाद संगतों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा।नंगे पांव पैदल चल रही हजारों की संगत व पंजाब के महंत एवं मसंदों को पगड़ी व प्रसाद वितरण भी किया गया। रास्ते में जगह-जगह लोगों ने संगतों पर पुष्प वर्षा भी की। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। नगर परिक्रमा की अगुआई दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास महाराज ने की।हर वर्ष श्री झंडा जी के आरोहण के बाद नगर परिक्रमा निकाली जाती है। इसमें पुराने देहरादून क्षेत्र का भ्रमण किया जाता है। पुराने देहरादून की परिक्रमा करने के पीछे यह मान्यता है कि श्री महाराज ने पुराने देहरादून को बसाया था।श्री दरबार साहिब-सहारनपुर चौक-कांवली रोड-एसजीआरआर स्कूल बिंदाल-तिलक रोड-घंटाघर-पलटन बाजार-रीठा मंडी-एसजीआरआर स्कूल (भंडारी बाग)-समाधि स्थल लक्खीबाग-श्री दरबार साहिब में संपन्न हुई।संगतों ने महंत श्री देवेंद्र दास महाराज के चरणों पर मत्था टेका और आशीर्वाद लिया। श्री महंत जी ने श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाए और गुरु मंत्र दिया।श्री झंडा मेला नगर परिक्रमा के दौरान बुधवार को शहर में रूट डायवर्ट रहे। पुलिस ने पहले ही लोगों से यातायात प्लान देखकर ही घर से निकलने की सलाह दी थी। ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।