देहरादून। अब रसोई गैस की होम डिलीवरी करने वाले एजेंसी कर्मी एलपीजी उपभोक्ताओं से अवैध शुल्क नहीं ले सकेंगे। इसके लिए तेल कंपनियों ने ऑनलाइन गैस बुकिंग सेवा में डेबिट कार्ड से भुगतान करने का विकल्प मुहैया कराया है, ताकि उपभोक्ताओं से अनावश्यक शुल्क की वसूली न हो। खास बात यह कि उपभोक्ताओं को ऑनलाइन गैस बुकिंग सेवा के लिए प्रेरित करने को पांच से दस रुपये की रियायत भी दी जा रही है। इस सेवा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता भी तेजी से ऑनलाइन सेवा से जुड़ रहे हैं।इंडियन ऑयल की ओर से इंडेन गैस की ऑनलाइन बुकिंग सेवा पर दस रुपये की रियायत दी जा रही है, जबकि बीपीसी व एचपीसी क्रमश: भारत गैस व एचपी गैस की ऑनलाइन बुकिंग में पांच-पांच रुपये की छूट दे रही हैं। यह सेवा कई महीनों पहले शुरू भी हो चुकी है, लेकिन देखने में यह आया कि शुरू में इसकी जानकारी बेहद कम उपभोक्ताओं को ही थी।अब जैसे-जैसे उपभोक्ताओं को जानकारी हो रही है, वैसे-वैसे वे ऑनलाइन बुकिंग सेवा से जुड़े रहे हैं। एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष चमन लाल ने बताया कि उनकी एजेंसी में पहले हर महीने में करीब 40 फीसद ऑनलाइन बुकिंग होती थी, लेकिन पिछले डेढ़ से दो महीने में ऑनलाइन बुकिंग करीब 60 फीसद तक पहुंच गई है।इंडियन, भारत गैस व एचपी गैस के उपभोक्ताओं को संबंधित कंपनी के ऑनलाइन बुकिंग के फोन नंबर पर डायल करना होगा। इसमें गैस के शुल्क के भुगतान के लिए डेबिट कार्ड का विकल्प भी बताया जाएगा। इस विकल्प के लिए बताया गया बटन दबाना होगा।इसके बाद डेबिट कार्ड संबंधी आवश्यक जानकारी मांगने पर यह जानकारी देने पर सेवा का लाभ लिया जा सकेगा। उदाहरण के लिए वर्तमान में घरेलू सिलेंडर (14 किलो) का शुल्क 723 रुपये है, सेवा का लाभ लेने पर सिलेंडर का शुल्क 713 रुपये ही देना होगा।आइओसी के सेल्स मैनेज सुधीर कश्यप के अनुसार ऑनलाइन गैस बुकिंग सेवा में आइओसी की ओर से दस रुपये की रियायत दी जा रही है। यह सेवा कई महीने पहले से शुरू हो चुकी है। जैसे-जैसे उपभोक्ताओं को जानकारी मिल रही है, वह सेवा का लाभ लेने लगे हैं।