ऋषिकेश। रायवाला के चंद्रबदनी कॉलोनी स्थित ससुराल में तीन दिन पूर्व नव विवाहिता की संदिग्ध अवस्था में मौत के मामले को ग्रामीणों और परिजनों ने दहेज हत्या बताते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी से ससुराल पक्ष के लोगों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
सोमवार को रायवाला के खांड गांव के ग्रामीण भारी संख्या में ऋषिकेश स्थित पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय पहुंचे।
उन्होंने पुलिस क्षेत्राधिकारी का घेराव किया। ग्रामीणों ने बताया कि नौ माह पूर्व चंद्रबदनी कॉलोनी रायवाला निवासी अमर ङ्क्षसह चौहान के पुत्र अभिषेक चौहान (27) के साथ रायवाला के खांड गांव नंबर तीन निवासी यशपाल ङ्क्षसह नेगी की बेटी अर्चना नेगी का विवाह हुआ था। ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए काफी दिन से अर्चना को प्रताडि़त कर रहे थे। अर्चना नेगी ने फोन पर छोटी बहनों को बताया था कि बार-बार ससुराल वाले दहेज को लेकर ताने मारते हैं।
पांच अप्रैल को अभिषेक के पिता अमर सिंह ने यशपाल नेगी को फोन पर सूचना दी कि अर्चना ने आत्महत्या कर ली है। यशपाल उस समय नई टिहरी में थे। मायके के लोग जब अर्चना के ससुराल पहुंचे तो ससुराल पक्ष के लोगों ने उनसे अभद्र व्यवहार किया। ससुराल वालों ने दहेज के कारण अर्चना नेगी की हत्या की है। इसलिए ससुराल पक्ष के लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी वीएस रावत ने बताया कि ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारण कि जो भी पुष्टि होगी उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने यह उठाए सवाल
- जब अर्चना का मायका पास में ही था तो सूचना नई टिहरी में तैनात पिता को क्यों दी गई
- मृतका अर्चना के शरीर पर जो निशान और नीले धब्बे बने हैं, वह कैसे बने।
- फांसी लगाने के अधिकांश मामलों में आंखें और जबान बाहर आ जाती है, जबकि अर्चना के साथ ऐसा नहीं हुआ।
- अर्चना के पलकों पर काजल और होठों पर लिपस्टिक किसने और क्यों लगाई।
- अर्चना के मायके वालों को उसके घर पर और डेडबॉडी के नजदीक क्यों नहीं जाने दिया।