देहरादून। दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में एसआइटी दून के प्राइवेट कॉलेज संचालकों की गिरफ्तारी की तैयारी में जुट गई है। इनके खिलाफ अब तक मिले सबूतों के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग की कुंडली भी एसआइटी ने तैयार कर ली है। जल्द इस मामले में भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।दशमोत्तर छात्रवृत्ति आवंटन में करोड़ों रुपये घोटाले की जांच पुलिस की एसआइटी कर रही है। हरिद्वार में कई प्राइवेट कॉलेज के संचालकों की गिरफ्तारी के बाद अब एसआइटी दून पर फोकस कर रही है। इसके लिए प्रेमनगर और डोईवाला क्षेत्र के कॉलेजों के बारे में पुख्ता सुबूत जुटा लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि एक-एक कॉलेज में 10 से 20 करोड़ तक की छात्रवृत्ति बांटी गई है। इसमें आधी से ज्यादा छात्रवृत्ति फर्जी तरीके से बांटी गई है। इसके दायरे में 26 सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों के खिलाफ जांच चल रही है।प्रेमनगर के छह कॉलेजों के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिल गए हैं। शुक्रवार को डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने एसआइटी के कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी से अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली। साथ ही प्रकरण में दोषियों के खिलाफ सुबूत मिलते ही कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डीजी अशोक कुमार ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले की जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है। इसमें किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच के दायरे में जो भी कॉलेज और संचालक आएंगे, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।