देहरादून। दून में बुटिक चलाने वाली समरजहां की हत्या दवा कारोबारी की पत्नी के इशारे पर होने का शक लगभग पुख्ता हो गया है। इसमें उसके बेटे की भी संलिप्तता बताई जा रही है। समर पर गोलियां बरसाने वाले शूटर को देहरादून पुलिस ने मुजफ्फरनगर से हिरासत में ले लिया है, जिसे लेकर पुलिस देर रात दून पहुंच गई।सूत्रों की मानें तो शूटर ने कबूल कर लिया है कि हत्या के लिए उसे दो लाख रुपये मिले थे। शूटर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर का शागिर्द है। वारदात को अंजाम देने में प्रयुक्त कार और असलहे को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।देहरादून पुलिस ने समर जहां हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के आखिरी पड़ाव पर है। सूत्रों की मानें तो दवा कारोबारी राकेश गुप्ता की पत्नी ने पूछताछ में यह बात स्वीकार कर ली है कि हत्याकांड की साजिश उनकी मर्जी से ही रची गई। उसने उस शूटर का नाम भी बता दिया, जिसने समर जहां पर गोलियां बरसाई थीं। शूटर को मुजफ्फरनगर से हिरासत में ले लिया गया।शूटर की पहचान मोबीन के रूप में हुई है। उसने पुलिस को बताया कि उसे मर्डर के लिए दो लाख रुपये मिल चुके हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि सुपारी दो लाख रुपये दी गई थी, या यह रकम एडवांस के तौर पर दी गई थी। मोबीन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर का शागिर्द है और दवा कारोबारी की पत्नी गैंगस्टर की रिश्तेदारी में आती है। बता दें, पुलिस हत्याकांड के अगले ही दिन से मुजफ्फरनगर में रह रही कारोबारी की पत्नी और उसके बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी।समर जहां दवा कारोबारी के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहती थी। इस बात से राकेश की पत्नी और उसके दो बेटों और बेटी को आपत्ति थी। बात तब और बिगड़ गई, जब देहरादून में खोले गए रेस्टोरेंट पर भी समर हक जताने लगी। राकेश ने विवाद से बचने के लिए बेटे के लिए रेस्टोरेंट और समर के लिए बुटीक खुलवा दिया। उसका सोचना था कि दोनों का काम अलग रहेगा तो किसी को दिक्कत नहीं होगी। इधर कुछ दिनों से समर रेस्टोरेंट में आती और गल्ले से रुपये निकाल कर चल देती। कार्तिक टोकता था तो समर उसे उल्टा-सीधा बोल देती थी। यह बात पूरे परिवार को नागवार गुजरी।