वित्तीय घाटे से जूझ रहा रोडवेज

देहरादून।वित्तीय घाटे से जूझ रहे रोडवेज में टायर व स्पेयर पार्टस के अभाव में बसें कार्यशाला में खड़ी होनी शुरू हो गई हैं। अकेले पर्वतीय डिपो में ही 16 बसें टायर व स्पेयर पार्ट्स न होने की वजह से खड़ी हैं। ग्रामीण एवं बी डिपो में भी यही हालात हैं। इससे कर्मचारियों में खासा आक्रोश है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद की ओर से प्रबंधन को नोटिस देकर कार्रवाई की मांग की गई है। ऐसा नहीं होने पर परिषद ने आंदोलन का एलान किया है।यह पहला मौका नहीं है जब रोडवेज में टायर या स्पेयर पार्ट्स के अभाव में दर्जनों बसें कार्यशाला में खड़ी हैं। अक्सर वित्तीय घाटे के चलते यह स्थिति बन रही। हालात ये हैं कि बसों के पुराने टायरों पर नई रबड़ चढ़ाकर मार्गों पर भेजा जा रहा, जिस वजह से हादसों की आशंका बनी रहती हैं। इसके अलावा पुराने बिल पेमेंट न होने पर कंपनी स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई रोक देती है। ताजा मामला भी ऐसा ही है।पीक सीजन होने के बावजूद पर्वतीय रूट की 16 बसें रूटों पर जाने के बजाए कार्यशाला में खड़ी हैं। इसे लेकर कर्मचारी संयुक्त परिषद की पर्वतीय डिपो शाखा की एक बैठक शुक्रवार को हुई और शाखा मंत्री बृजपाल सैनी की ओर से प्रबंधन को आंदोलन का नोटिस भेजा गया। आरोप है कि टायर, क्लच प्लेट, स्टेयरिंग रॉड, रेडियेटर, कमानी आदि पार्टस न होने के कारण बसें खड़ी हैं और इस कारण से संविदा व विशेष श्रेणी चालक-परिचालक मार्ग पर नहीं जा पा रहे। रूट पर न जाने के कारण इनका वेतन भी नहीं बनेगा। परिषद ने कार्रवाई नहीं होने पर 29 मई से डिपो के दफ्तर में आंदोलन का एलान किया है।रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी की तरफ से प्रबंध निदेशक को आंदोलन का नोटिस दिया गया है। महामंत्री दिनेश पंत की ओर से दिए गए 21 सूत्रीय मांगपत्र में नई बसों की खरीद जल्द करने व हर माह बीस बसों की खरीद समेत हर माह पहले सप्ताह में वेतन देने, ग्रेड-पे में सुधार करने, संविदा व विशेष श्रेणी कर्मियों को वरिष्ठता के आधार पर नियमित करने, नए चालक-परिचालकों की भर्ती करने और डिपो में प्रभारी व्यवस्था को खत्म करने की मांग की गई। अटल आयुष्मान योजना को रोडवेज में लागू करने, जेएनएनयूआरएम के डिपो को खत्म कर परिवहन निगम में ही समाहित करने की मांग की गई। ऐसा नहीं होने पर 29 मई से चरणबद्ध आंदोलन का एलान किया गया। 29 मई से सभी डिपो में धरना, चार जून को तीनों मंडलीय प्रबंधकों के कार्यालय में धरना व 11 जून से निगम मुख्यालय में आंदोलन की चेतावनी दी है।रोडवेज में दो माह का वेतन न मिलने से नाराज उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने 16 से बेमियादी कार्य बहिष्कार पर जाने का एलान किया है। यूनियन ने वेतन नहीं तो काम नहीं का नारा देते हुए 13 मई को आइएसबीटी पर बैठक बुलाई है। यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इस बार प्रबंधन से कोई समझौता नहीं होगा।

 

 

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