नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह के बाद किर्गिज़स्तान गणराज्य (Kyrgyzstan President) के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव (Sooronbay Sharipovich Jeenbekov) के साथ द्विपक्षीय बैठक की।दोनों नेताओं ने भारत और किर्गिस्तान के बीच आर्थिक और सामाजिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की, प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान विदेश मामलों में व्यापार के पहले आदेश को चिह्नित किया। भारतीय नेता को बधाई देते हुए, जीनबेकोव ने मोदी के लिए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून 2019 तक किर्गिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया है। बता दें कि जीनबेकाव यहां नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आए थे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करके बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ व्यापक बातचीत की दोनों राज्यों को भारत और किर्गिस्तान के मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंधों को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने वर्षों से द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने आधिकारिक तौर पर शपथ ग्रहण समारोह में अपनी उपस्थिति के लिए राष्ट्रपति जेनेबकोव को गर्मजोशी से धन्यवाद भी किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि किर्गिस्तान जाने के निमंत्रण के लिए उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि वह उत्सुकता से इस यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।बयान में यह भी कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय बातचीत में सामाजिक सहयोग को गहरा करने के तरीकों को कवर किया गया। मध्य एशियाई देश एससीओ के वर्तमान अध्यक्ष हैं और इस क्षेत्र में भारत के एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई तस्वीरों में अजीत डोभाल की मौजूदगी यह बताती है कि वह अभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद संभाले रहेंगे। उम्मीद है कि पीएम मोदी नेपाल सहित पांच देशों के नेताओं के साथ शुक्रवार को द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं।