देहरादून । छात्रवृत्ति घोटाले में दून के बड़े कॉलेजों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। एसआइटी ने छह कॉलेजों को नोटिस जारी कर संचालकों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। इधर, सात कॉलेजों के खिलाफ एसआइटी पुख्ता सबूत जुटा चुकी है। इन कॉलेज संचालकों पर एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तारी की कार्रवाई हो सकती है।
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में दून के 26 कॉलेजों को एसआइटी पहले से ही चिह्नित कर चुकी है। इन कॉलेजों के खिलाफ छात्रवृत्ति घोटाले के प्रमाण मिलने के बाद नोटिस जारी किए जा रहे हैं। प्रथम चरण में एसआइटी ने 10 कॉलेजों को शामिल किया है। इन कॉलेजों में सात के खिलाफ पुख्ता सबूत मिल गए हैं। एसआइटी सूत्रों का कहना है कि प्रेमनगर क्षेत्र के सात कॉलेजों की 50 करोड़ से ज्यादा की छात्रवृत्ति घोटाले में संलिप्तता पाई गई है। इसके लिए एसआइटी ने पुख्ता सबूत जुटा दिए हैं। अब एसआइटी कभी भी इनके संचालकों को गिरफ्तार कर सकती है। इधर, पुलिस मुख्यालय को मिले शिकायती पत्र के आधार पर छह और कॉलेजों को भी नोटिस जारी किया गया है। इनमें भी अधिकांश कॉलेज प्रेमनगर क्षेत्र में स्थित हैं। एसआइटी ने इन कॉलेजों के संचालकों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। इसके बाद एसआइटी कॉलेजों के खिलाफ यूनिवर्सिटी, छात्रों के बयान और बैंकों से सबूत जुटाने का काम शुरू कर देगी।
एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी के मुताबिक, एसआइटी की कार्रवाई जारी है। कुछ कॉलेजों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए जा चुके हैं। जबकि कुछ नए कॉलेजों को भी जांच में शामिल किया जा रहा है। घोटाले में जो भी संलिप्त मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।