देहरादून । भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। विजिलेंस ने मिश्रा के खिलाफ दर्ज आय से अधिक के मुकदमे में बयान दर्ज किए। इस दौरान विजिलेंस के विवेचक सीओ चंद्रमोहन ने करीब दो घंटे तक जेल में मिश्रा के बयान दर्ज किए। उत्तराखंड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में एक करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस ने जनवरी में निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मृत्युंजय मिश्रा तब से सुधोवाला जेल में बंद है।
कुछ माह पूर्व मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस ने चार्जशीट दी थी। उस दौरान मिश्रा की करोड़ों रुपये की आय और सम्पत्ति सामने आई थी। इसी आधार पर विजिलेंस ने मिश्रा और उनकी पत्नी श्वेता मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया था। इसकी जांच सीओ चंद्र मोहन सिंह को सौंपी गई। इसी मुकदमे में सीओ चंद्र मोहन सिंह ने सुद्दोवाला जेल पहुंच कर आरोपी मृत्युंजय मिश्रा के बयान दर्ज किए। विजिलेंस के एसएसपी सेंथिल आबूधाई ने बताया कि मिश्रा और उनकी पत्नी श्वेता मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक मुकदमे की विवेचना जारी है । इसी सिलसिले में विवेचक सीओ चंद्र मोहन सिंह ने कोर्ट की अनुमति के बाद जेल में मृत्युंजय मिश्रा के बयान दर्ज किए। उन्होंने बताया कि जल्दी मिश्रा की पत्नी के भी बयान दर्ज होंगे।