आगरा: भाजपा में टिकटों के बंटवारे के बाद बगावत थम नहीं पा रही। दो तो पुराने और वरिष्ठ नेता बगावत पर उतर आए। चुनाव मैदान में उतरने के अंतिम दिन नामांकन दाखिल कर दिए। पूर्व मेयर बेबीरानी मौर्य और ओमप्रकाश चलनी वाले ने बगावती तेवर दिखाते हुए आगरा ग्रामीण से नामांकन कर पार्टी प्रत्याशी के लिए ही मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं अशोक लवानिया, कैलाश माहौर, प्रेमचंद कुशवाहा ने नामांकन कर रूठों को मनाने में जुटे संगठन को जोर का झटका दिया है। भाजपा में टिकट वितरण से कई दावेदार नाराज चल रहे थे। संगठन उन्हें मनाने की कोशिशों में जुटा था। राजकुमार चाहर सहित कुछ रूठों को पार्टी ने मना भी लिया, लेकिन कई बागियों ने मंगलवार को झटका दे दिया। सोमवार को नामांकन पत्र खरीदने वाली पूर्व मेयर बेबीरानी मौर्य ने मंगलवार को आगरा ग्रामीण से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया। भाजपा ने साइकिल की सवारी छोड़कर आई हेमलता दिवाकर को प्रत्याशी बनाया है। बेबीरानी के नामांकन से उनकी राह में कांटे बिछ सकते हैं। हालांकि पूर्व मेयर ने कहा कि उन्होंने पार्टी से बगावत नहीं की है। वह हक की लड़ाई लड़ रही हैं। पार्टी ने पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर चार दिन पहले आई महिला को प्रत्याशी बना दिया। उन्होंने चुनाव मैदान में बने रहने की बात कही। पिछले विस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे ओमप्रकाश चलनीवाले ने भी इसी सीट पर नामांकन किया। ओमप्रकाश ने बताया कि अभी दो दिन हैं। उन्होंने पार्टी निर्देश पर नामांकन करने की बात कही, जिससे कि प्रत्याशी का पर्चा खारिज होने पर पार्टी को दिक्कत न हो।