आतंकी हाफिज सईद पर कार्रवाई को भारत ने बताया दिखावा

नई दिल्‍ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्‍तान पर प्रहार करते हुए कहा कि आतंकी हाफिज सईद पर कार्रवाई सिर्फ दिखावा है। इससे पाकिस्‍तान का दोगलापन उजागर हुआ है। पाकिस्तान में आतंकी सरगना दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद के मौजूद होने के मसले पर विदेश मंत्रालय ने मीडिया को संबोधित किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान को जल्द हाफिज सईद को भारत को सौंप देना चाहिए। दाउद इब्राहिम का ठिकाना कोई राज नहीं है। हम फिर से पाकिस्तान के लिए उन लोगों की सूची प्रस्‍तुत कर रहे हैं, जो उनके देश में हैं।पाकिस्तान केवल दिखावे के लिए अपनी जमीन पर पल रहे आतंकियों खिलाफ कार्रवाई करने की बात करता है, यह मात्र दिखावा है। हमें कई बार दाऊद के पाकिस्तान के होने के बारे में जानकारी मिली है लेकिन उसने इससे साफ इनकार कर दिया है। सिखों के पवित्र स्‍थल करतारपुर कॉरिडोर पर विदेश मंत्रालय का कहना है कि हमने कुछ तारीखों का प्रस्ताव दिया है। पाकिस्तान ने 14 जुलाई की बैठक के लिए हामी भरी है। कुछ मुद्दों पर हमारे विचार अलग हैं, जिनके बारे में चर्चा की जाएगी। यह समझना जरूरी है कि यह भावनाओं का मामला है, यह सिख समुदाय की इच्छाओं की पूर्ति का मामला है। पिछले दिनों आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच पाकिस्तान में बुधवार को जमात उददावा के प्रमुख हाफिज सईद और उसके 12 सहयोगियों के खिलाफ आतंकी फंडिंग के 23 मामले दर्ज किए गए। पाकिस्तान के आतंकरोधी विभाग ने एक बयान जारी कर बताया कि आतंकी फंडिंग के लिए पांच ट्रस्टों का इस्तेमाल करने के लिए उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। बयान के मुताबिक, लश्कर ए तैयबा से जुड़े जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन को भी निशाना बनाया गया है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार के इस कदम को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के दबाव का नतीजा माना जा रहा है जिसने पिछले साल पाकिस्तान को मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के मामलों में अपर्याप्त कदम उठाने के लिए ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा था। पिछले ही महीने उसने आतंकी फंडिंग के खिलाफ प्रयासों को तेज करने के लिए पाकिस्तान को अक्टूबर तक का समय दिया था। पाकिस्तान सरकार ने पिछले दिनों 12 मई, 2019 को जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन और जैश-ए-मोहम्मद से संबंध रखने वाले 11 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था।

कौन है हाफिज सईद
हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। पाकिस्तान में जमात उद दावा नामक संगठन चलाता है। 2008 में मुंबई हमले का सूत्रधार रहा जिसमें 164 लोग मारे गए। इसी हमले के बाद अमेरिका ने इसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।

2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी इसका हाथ रहा। 2001 में भारतीय संसद तक को इसने निशाना बनाया। एनआइए की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है। भारत सहित अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, रूस और ऑस्ट्रेलिया ने इसके दोनों संगठनों को प्रतिबंधित कर रखा है।

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