नई दिल्ली । सबसे बड़े निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने मंगलवार को अपनी MCLR में 0.10 फीसद की कटौती की है। बैंक ने RBI द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती के अनुमान के बीच ग्राहकों को सस्ते कर्ज का तोहफा दिया है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। कटौती का फैसला 7 अगस्त 2019 से प्रभावी हो जाएगा। कटौती के बाद अब HDFC बैंक की नई MCLR एक साल अवधि वाले कर्ज के लिए 8.60 फीसद हो गई है। इससे मकान और वाहन कर्ज सस्ते होंगे और मासिक किस्तें कम होंगी। कर्जदाताओं के एक समूह ने पिछले कुछ हफ्तों में अपनी कर्ज दरों में मामूली कमी की है, जिसमें सबसे बड़ा कर्जदाता SBI भी शामिल है, जिसने MCLR में 0.05 फीसद की कटौती की है। जानकारों का मानना है कि रिजर्व बैंक बुधवार को नीतिगत समीक्षा में लगातार चौथी बार अपनी प्रमुख दर में 0.25 फीसद की कटौती कर सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों से केंद्रीय बैंक की आसान धन नीति द्वारा मदद के लिए दरों में और कटौती करने को कहा है।गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी अलग-अलग अवधि के लोन पर ब्याज दर में 0.05 फीसद की कटौती की थी। इसके अलावा, बैंक ने एक साल के कर्ज पर ब्याज दर को 8.45 से घटाकर 8.40 फीसद किया था। SBI ने 1 अगस्त से फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरे भी घटा दीं। यह कटौती 0.75 फीसद तक हुई। बैंक ने बताया कि जिन जमाओं पर ब्याज दर घटाई गई है, उनमें 2 करोड़ रुपये से कम के रिटेल टर्म डिपॉजिट और 2 करोड़ रुपये और इससे ज्यादा के बल्क टर्म डिपॉजिट शामिल हैं। इसके अलावा होम फाइनेंस कंपनी HDFC ने 31 जुलाई को अलग-अलग अवधि और रकम के खुदरा लोन पर ब्याज दर में 0.10 फीसद की कटौती की थी। यह कटौती नए कर्ज के साथ मौजूदा लोन पर भी लागू होगी।