-मनीष वर्मा होम इन्टरटेनमेन्ट प्रोडक्शन की तीसरी गढ़वाली फिल्म
देहरादून। मनीष वर्मा होम इन्टरटेनमेन्ट प्रोडक्शन की तीसरी गढ़वाली फीचर फिल्म, फ्यूंली का मुहर्त सहस्त्रधारा रोड़ स्थित एक आलीशान बंगले में आज सम्पन्न हुआ श्री सिद्धि विनायक गणेश और श्री सांई बाबा जी पूजा अर्चना के बाद फिल्म के मुर्हत हेतु नारियल तोड़कर मुर्हत सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ0 आर0के0 वर्मा अध्यक्ष उत्तराखण्ड फिल्म चेम्बर ऑफ कामर्स व प्रसिद्ध फिल्म भारती ने भारतीय सिनेमा के उद्भव एवं विकास की चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रकार लोकतन्त्र के चार स्तम्भ, कार्यपालिका, विधायिका, न्यायापालिका और मीडिया होते हैं उसी प्रकार फिल्म उद्योग के भी चार स्तम्भ, निर्माण, वितरण प्रदर्शन और लैब होते हैं जिनके अभाव में फिल्म निर्माण असम्भव हैगढ़वाली एवं कुमाँऊनी फिल्मों की चर्चा करते हुए उन्होनें बताया कि 1983 में पहली गढ़वाली फिल्म जग्वाल से गढ़वाली सिनेमा की नींव पड़ी थी। अब तक लगभग उपक्षेत्रीय फिल्में बन चुकी हैं अब गढ़वाली सिनेमा के लिए सरकार भी प्रयत्न कर रही है। गत 8 नवम्बर को उत्तराखण्ड सरकार की ओर से मसूरी के सवाय होटल में फिल्म कान्क्लेव का आयोजन और फिल्म निर्माताओं को अनुदान राशि के चौक वितरण इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत क्षेत्रीय सिनेमा के विकास के लिए काफी उत्सुक एवं प्रयासरत हैं। 2019 की नई संशोधित फिल्म नीति में छवि गृहों में सप्ताह में एक शो को प्रदर्शन के लिए अनिवार्यता पर दी गई है जोकि बहुत ही प्रशंसनीय कदम है। उन्होंने ये भी बताया कि गढ़वाली सिनेमा के दादा साहब फाल्के श्री पारेख गोड़ से कल शाम फोन पर कनाड़ा से वार्ता करते हुए आर्शिवाद दिया मुर्हत समारोह में, निर्माता निर्देशक मनीष वर्मा, नायिका अनामिका, अंजू रावत, रमेश नौड़ियाल शोभना रावत स्वामी कै0 वन्सी लाल जी, संजीव वर्मा, छायाकार विनय चानना, श्रीमती स्नेह वर्मा, सुभाष जौली, श्रीमती नीतू वर्मा, गोपाल थापा जी, जयदेव भट्टाचार्य, अंजलि भल्वाल आदि उपस्थित थे।