रामनगर (नैनीताल) : वन्य जीवों की जान पर कई तरह के संकट रहते हैं। बढ़ती आबादी के कारण जंगल कम हो रहे हैं। ऐसे में उनके आहार के लाले हैं। इससे वे आबादी क्षेत्र में घुस रहे हैं। वहीं शिकारी भी आए दिन उनकी जान ले रहे हैं। इसके अलावा आपसी संघर्ष व सड़क दुर्घटना में वन्य जीवों की काफी संख्या में मौतें हो रही हैं। रामनगर क्षेत्र में ही पिछले नौ दिनों में तीन बाघों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। वहीं चंपावत में एक तस्कर गुलदार की खाल के साथ पकड़ा गया है।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बुधवार को गश्त के दौरान वन कर्मियों को बाघिन का शव मिला है। पोस्टमार्टम कराकर शव को जला दिया गया। बाघिन की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। नौ दिन के भीतर रामनगर में तीन बाघिन दम तोड़ चुकी हैंं। दो बाघिन कार्बेट तो एक बैलपड़ाव में मारी गई। कालागढ़ रेंज धारा ब्लॉक संख्या छह में बाघिन का शव मिलने की सूचना पर सीटीआर निदेशक राहुल, कालागढ़ के एसडीओ कुंदन सिंह खाती, रेंजर राकेश भट्ट मौके पर पहुंचे। सीटीआर के पशु चिकित्सक दुष्यंत शर्मा व नैनीताल जू के हिमांशु पांगती ने पोस्टमार्टम किया। बाघिन की उम्र पांच से छह साल के बीच आंकी गई है। शव दो दिन पुराना है और मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई। आंतरिक अंगों के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजे जा रहे हैं। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक इस साल मार्च से अब तक दस महीने में आठ बाघों की मौत हो चुकी है। एक सप्ताह पूर्व 16 दिसम्बर को बिजरानी में आपसी संघर्ष में एक बाघिन की मौत हो गई थी जबकि 20 दिसम्बर को बैलपड़ाव में वाहन की टक्कर से एक बाघिन मारी गई।