कोरोना वायरस को रोकने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर अलग-अलग तरह की दवाइयों की जांच कर रहे हैं. इनमें से कुछ एनजाइटी (अवसाद) और एलर्जी के लिए भी हैं. इन दवाइयों को जांचने का मकसद ये है कि कोरोना मरीजों में वायरस के प्रभाव को खत्म करने में इनकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सके. लेकिन खांसी से पीड़ित कोरोना वायरस के मरीजों के लिए एक खास प्रकार की खांसी की दवा का उल्टा असर हो सकता है. इससे वायरस तेजी से फैल सकता है.
ये खांसी की दवा शरीर के अंदर कोरोना वायरस के फैलाव को बढ़ावा दे सकती है. 30 अप्रैल को साइंस मैगजीन नेचर में ये रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. वैज्ञानिकों ने जब लैब में इंसानों की कोशिकाओं पर इस खांसी की दवा की जांच की तो पता चला कि एक रसायन की वजह कोशिका में वायरस तेजी से फैल रहा है
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के सैन-फ्रांसिस्को स्कूल ऑफ फॉर्मेसी के रिसर्चर ब्रायन सोईसेट ने कहा कि जांच में पता चला है कि जिस खांसी की दवा यानी खफ सीरप में डेक्स्ट्रोमिथोर्फन (Dextromethorphan) रसायन है, वो कोरोना वायरस के मरीजों की दिक्कत को बढ़ा रहा है. इस रसायन की मदद से वायरस शरीर के अंदर ज्यादा तेजी से फैल सकता है.