“स्वदेशी स्वरोजगार” योजना को जन-जन तक पहुंचाने पर किया विचार विमर्श

प्रजापति समाज के लिए सभी लोग आये आगे : सुधीर आर्य
देहरादून। उत्तराखण्ड़ के यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा चलाई गई “स्वदेशी स्वरोजगार” योजना को जन जन तक पहुंचाने के लिए #माटी कला बोर्ड, उत्तराखण्ड़ के कार्यालय पर प्रजापति सामाजिक संस्था के साथ बैठक कर सरकार की जनहितकारी नीतियों व योजनाओं की जानकारी दी व संस्था से सुझाव भी मांगे।
शोभाराम प्रजापति उपाध्यक्ष माटी कला बोर्ड उत्तराखंड के आह्वान पर माटी कला बोर्ड उत्तराखंड कार्यालय मोथरोवाला रोड, देहरादून में प्रजापति सामाजिक संस्था (रजिस्टर्ड) देहरादून द्वारा एक बैठक आहूत की गई जिसमें सम्मिलित सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने निम्न बिंदुओं पर चर्चा की…
1.  माटी के बर्तन बनाने के लिए मिट्टी की सरल उपलब्धता हो 
2. बिजली के चाक वितरण किए जाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रजापति बंधुओं (जो मिट्टी का कार्य करते हैं) से आवेदन पत्र प्राप्त करना ।
3. समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं से प्रजापति समाज के जरूरतमंद लोगों को जोड़ना
 .4 स्वजातीय बंधुओं को तथा समाज के अन्य लोगों को मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना
 5. मिट्टी के बर्तनों की बिक्री के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था करना
 6.  देहरादून और उसके आसपास के क्षेत्रों की मिट्टी की क्वालिटी के स्तर में सुधार करने की व्यवस्था करना ।
7. मिट्टी के बर्तनों की माँग को बढ़ाया जाना और बिक्री बढ़ाए जाने के उपायों को सोचना ।
8.  प्रजापति समाज के यदि किसी व्यक्ति को अपने स्वयं के रोजगार हेतु यदि कोई ऋण की आवश्यकता हो तो उसकी सरलता पूर्वक उपलब्धि करवाना।
 सभी सदस्यों और पदाधिकारियों द्वारा दिए गए सुझाव पर शोभाराम प्रजापति दर्जा राज्यमंत्री एवं उपाध्यक्ष माटी कला बोर्ड उत्तराखंड सरकार  ने अपने विचारों से उपस्थित सदस्यों को अवगत करवाते हुए कहा कि सभी व्यक्तियों को मिलकर प्रजापति समाज के लिए कुछ ना कुछ करना पड़ेगा । माटी कला बोर्ड की ताकत आप लोगों के साथ ही संभव है। जहाँ तक ऋण दिलवाने की बात है तो सरकार से एक लाख से तीन लाख तक का ऋण 5 लोगों का समूह बनाकर लिया जा सकता है जिस पर 3 साल तक कोई ब्याज भी नहीं लगता । इसी प्रकार श्रमजीवी कार्यालय में यदि जरूरतमंद लोग अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं तो उन्हें वहाँ से भी कुछ ना कुछ अनुदान में अवश्य मिलता है । शोभाराम प्रजापति ने कहा आने वाला समय स्वरोजगार का है लोगों को आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा । आज हालत यह है की 7-7 हजार रुपए की नौकरी के लिए हजारों लोगों की लाइनें लगी रहती हैं जबकि घर पर बैठकर भी लोग  1-1 लाख रुपया हर महीने कमा रहे हैं। कई बार फ्री की चीज व्यक्ति का नाश ही करती है। यदि हमें मोल में मिट्टी मिल रही है तो भी हम अपने उत्पादन की क्वालिटी सुधार कर अपनी वस्तु का मूल्य बढ़ाकर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आज की स्थिति यह है की हमारा मिट्टी का काम भी छिनने के कगार पर है उसका कारण यह है कि हमारे अपने प्रजापति लोग मिट्टी के काम को करने से या बेचने से कतरा रहे हैं जबकि अन्य जाति के लोग इसको नई तकनीक से करने को तैयार हैं । इसलिए हमें नई तकनीकी  के माध्यम से अपने काम को बढ़ाना है । माटी कला बोर्ड उत्तराखंड देहरादून के और समस्त उत्तराखंड के लोगों को मिट्टी से बनने वाले बर्तनों  आदि की नई नई तकनीक से अवगत  करवाने को तैयार है। जितनी नई सोच होगी उतना फायदा होगा माटी कला बोर्ड उत्तराखंड द्वारा दो प्रशिक्षण केंद्र प्रदेश में खुलवाये जाएंगे जिनमें से एक देहरादून के आसपास और एक काशीपुर के आसपास होगा। आजकल ऐसी तकनीक भी आ गई है की मिट्टी कूटने की और मिट्टी गूंथने की तक की मशीनें आ गई हैं तथा मिट्टी के बर्तनों को पकाने के लिए गैस सिलेंडर की भट्टी या बिजली की भट्टी भी लगाई जा रही है। आप सब लोग अपने कुम्हार भाइयों को कहें कि वह कुंभ मेले को देखते हुए अधिक से अधिक कुल्लड़ और मिट्टी के बर्तन बनाकर तैयार रखें कुंभ मेले में अधिक से अधिक मिट्टी के बर्तनों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए मेरी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत से भी वार्ता हो चुकी है।
 आज की इस बैठक की अध्यक्षता प्रजापति सामाजिक संस्था जनपद देहरादून के उपाध्यक्ष विजय कुमार प्रजापति ने की थी । बैठक में प्रजापति संस्था के संरक्षक राम सिंह, सचिव चंद्रपाल एडवोकेट, उपसचिव सुधीर आर्य, संगठन सचिव अनिल वर्मा , कोषाध्यक्ष रमेश कुमार प्रजापति , मीडिया प्रभारी नवीन कुमार,  शिवप्रसाद पंडित, मोहित कुमार प्रजापति, कैलाश कुमार पंडित, संत कृपाल प्रजापति,  ओम प्रकाश, सतीश कुमार, सुंदरलाल, दीपक कुमार प्रजापति और मीना प्रजापति आदि उपस्थित थे।

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