येरूशलम. इज़रायली पुलिस ने शनिवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों (Protesters) को खदेड़ने के लिए वॉटर कैनन (Police Used Water Canon) का इस्तेमाल किया गया था. प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप और कोरोनो वायरस संकट से निपटने की उनकी विफल रणनीति के कारण उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. बढ़ती बेरोजगारी की मार, कोविड-19 मामलों में वृद्धि और कोरोनोवायरस के कारण दुबारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों के कारण इजरायल की जनता सरकार के खिलाफ लगभग रोज सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है.
नेतन्याहू पर लगे हैं भ्रष्ट्राचार और धोखाधड़ी के आरोप
नेतन्याहू के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण जनता का गुस्सा भड़क उठा है. मई में उन पर रिश्वत, धोखाधड़ी जैसे कई आरोपों के चलते मुकदमा हुआ लेकिन वे लगातार आरोपों से इनकार करते रहे हैं. सैकड़ों लोग यरुशलम में प्रधानमंत्री के आवास के बाहर होकर नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
इजरायल में बढ़ रही है बेरोजगारीइजरायल के वाणिज्यिक केंद्र तेल अवीव में एक बीच पर हजारों लोगों ने रैली निकाल कर कोरोनावायरस प्रतिबंधों से नुकसान झेल रहे व्यवसायों के लिए ऐसे लोग जिनकी नौकरी चली गई है या जिन्हें बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है, के लिए सरकारी सहायता की मांग की. वर्तमान में इजरायल में बेरोजगारी दर 21% हो गई है. इजरायल ने मई में स्कूलों और कई व्यवसायों को फिर से खोला और उन प्रतिबंधों को भी हटाया उठाया जो मार्च में लगाए गए थे.
कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण से नाराज है जनता
पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना की संक्रमण दर में तेजी से आई वृद्धि को देखते हुए कई सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए कदम उठाने में कुछ ज्यादा जल्दी दिखाई है जिससे महामारी को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की उपेक्षा की गई है. नेतन्याहू ने देश में कोरोना के कारण पैदा हुए आर्थिक हालातों को काबू करने के लिए कई आर्थिक सहायता पैकेजों की घोषणा की है. कुछ लोगों का कहना है कि कुछ राहत पैकेजों को आने में बहुत अधिक समय लग रहा है जबकि कुछ पैकेजों को अप्रभावी बताया जा रहा है