गुलबर्गा । दक्षिणी राज्यों में जारी गर्म हवाओं ने गंभीर जल संकट की स्थिति पैदा कर दी है। बारिश या हवाओं से राहत मिलने के बजाए यहां का तापमान बढ़ता ही जा रहा है और गंभीर जल संकट के साथ यहां तापमान 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है ।
एएनआई से बात करते हुए गरीब नवाज कालोनी के एक निवासी ने बताया, ‘मैंने सरकार से मदद की अपील की है। हर दो दिन पर एक बार यहां पानी का टैंकर आता है। लोग और बच्चे पूरा दिन कतार में खड़े रह जाते हैं लेकिन इन्हें पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता।‘
एक अन्य स्थानीय ने उन राजनीतिज्ञों पर प्रश्न चिन्ह लगाया जो चुनाव के समय तो बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन जरूरत के वक्त उसे पूरा करना भूल जाते हैं। उन्होंने बताया, क्षेत्र में बोरवेल सूख गया है और जो टैंकर आ रहे हैं वे लोगों के लिए पर्याप्त नहीं है, प्लीज हमारी मदद करें।
इसके पहले कानून मंत्री टीबी जयचंद्र ने बताया कि भूमिगत जल संसाधन का पता लगाने के लिए सरकार आधुनिक तकनीकों के उपयोग की योजना बना रही है। रिपोर्ट के अनुसार, पानी के लिए सरकार 2000 फीट की गहराई तक खुदाई करेगी। मंत्री ने बताया कि किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत सूखा राहत फंड को राज्य सरकार वितरित करेगी।