इस वर्ष भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनायी जायेगी तथा 11 अगस्त को व्रत उपवास रखा जायेगा। इसी दिन अर्थात बुधवार भाद्रपद अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र की अर्ध रात्रि को भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी एवं धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि अष्टमी तिथि 11 अगस्त प्रात: 9.07 बजे से शुरू है तथा 12 अगस्त दिन 11.17 मिनट तक है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म समय ठीक रात्रि 12 बजे का है इस तरह जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनायी जायेगी। जबकि जन्मोत्सव 12 अगस्त को मनाया जाता है।
मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम में जन्माष्टमी तथा श्री कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व भब्य रूप से मनाया जाता है। जन्मोत्सव पर झांकिया भी निकाली जाती हैं। लेकिन इस बार कोरोना महामारी से तीर्थयात्रा के सीमित रहने के कारण जन्माष्टमी का पर्व सादगीपूर्वक मनाया जायेगा। हालांकि पहले से ही मंदिर में दर्शन के लिए सोशियल डिस्टेसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।