नई दिल्ली। नई शिक्षा नीति के अमल को लेकर सरकार जहां एक तरफ विश्वविद्यालयों और राज्यों के साथ चर्चा में जुटी है, वहीं अब आम जनता तक भी पहुंचा जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर एक व्यापक योजना बनाई है। जिसके तहत छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से नीति को लेकर हर तरह के सवाल मांगे गए है। जिसका जवाब खुद शिक्षा मंत्री या मंत्रालय का कोई वरिष्ठ अधिकारी देगा।
शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से नई शिक्षा नीति को लेकर मांगे सवाल
मंत्रालय ने इसे लेकर एनईपी ट्रांसफार्मिग इंडिया नाम से एक हैशटैग भी जारी किया है। जिसके जरिए किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जाकर नई शिक्षा नीति से जुड़े सवाल पूछे जा सकते है। अधिकारियों की मानें तो वह इसके जरिए नीति की खूबियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहते है। खासकर ऐसे लोग जो इस बदलाव से किसी न किसी तरह से जुड़े हुए है। इनमें छात्र के साथ शिक्षक और अभिभावक सभी शामिल है।
सरकार नई शिक्षा नीति के हरेक पहलू से लोगों को जोड़ना चाहती है
मंत्रालय इसलिए भी नीति को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में जुटा है, क्योंकि इससे पहले भी दो शिक्षा नीति आयी है, लेकिन उनके कई ऐसे प्रस्ताव किए थे, जिसके बारे में लोगों को अंत तक जानकारी ही नहीं हो पायी। यही वजह है कि सरकार नीति के हरेक पहलू से लोगों को जोड़ना चाहती है।
पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति के साथ पूरी ताकत से खड़े होने का दिया भरोसा
नीति को लेकर मंत्रालय इसलिए भी उत्साहित है, क्योंकि पिछले दिनों ही खुद प्रधानमंत्री ने नीति के साथ पूरी ताकत से खड़े होने का भरोसा दिया है। इसके बाद ही मंत्रालय ने सभी राज्यों से नीति के अमल को लेकर चर्चा तेज की है। इसके अलावा मंत्रालय सभी विश्वविद्यालयों और शिक्षाविदों के साथ इसे लेकर अलग-अलग स्तरों पर चर्चा में जुटा हुआ है।