सुरेश रैना ने IPL की अपने सबसे स्पेशल और तेज पारी के बारे में बताया, जमकर बनाए थे रन

नई दिल्ली, जेएनएन। सुरेश रैना ने 15 अगस्त के दिन पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धौनी के साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली थी, लेकिन वो आइपीएल 2020 में अब अपना जलवा दिखाते नजर आएंगे। रैना सीएसके के अहम बल्लेबाज हैं और टीम को उनसे काफी उम्मीदें रहेंगी। हाल ही में रैना ने अपने आइपीेएल के सफर के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इस लीग में भारतीय टीम के कई सीनियर खिलाड़ी खेल रहे थे और इनसे मैंने काफी कुछ सीखा।

रैना ने कहा कि मैंने देखा कि राहुल द्रविड़ खेल रहे हैं, सचिन गेंद रोकने के लिए डाइव लगा रहे हैं और अनिल कुंबले आरसीबी की कप्तानी कर रहे हैं तो मुझे लगा कि अगर ये दिग्गज इस प्रारूप में खेल सकते हैं तो हमें भी प्रदर्शन करना चाहिए। हम युवा हैं और हमें भी अपना नैचुरल खेल दिखाना चाहिए। वहीं उन्होंने इस लीग के एक खास पारी पर भी चर्चा की जो उन्होंने पंजाब के खिलाफ खेली थी।

साल 2014 आइपीेएल सीजन के क्वालीफायर में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ सुरेश रैना ने तूफानी पारी खेली थी और 25 गेंदों पर 87 रन बनाए थे। अपनी इस पारी और मैच का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब की टीम में सहवाग थे और उनकी शतकीय पारी के दम पर उन्होंने 226 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था और इसके बाद हमारी टीम में निराशा भरा माहौल था। जब टीम मैदान से ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रही थी तब मैंने उनसे कहा था कि अभी 20 ओवर का खेल बाकी है। रैना ने बताया कि मैंने देखा था कि सहवाग ने किस तरह से गेंदबाजों की धुनाई की थी और मेरी सोच ये थी कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उस मैच में सीएसके ने पावरप्ले यानी 6 ओवर दो विकेट के नुकसान पर 100 रन बनाए थे जिसमें रैना द्वारा बनाए गए 87 रन भी थे।

सुरेश रैना ने कहा कि मेरी ये सोच थी कि पावरप्ले का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए और टीम का जो माहौल था उसने मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया था। मैंने खेल का लुत्फ लेते हुए अपना नैचुरल गेम खेला और लक्ष्य को हासिल करने के बारे में नहीं सोचा। वहीं उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन और डंकन फ्लेचर के बारे में कहा कि इन्होंने हमें खेल में रिस्क लेना सिखाया।

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